प्रेमानंद महाराज भगवान श्री कृष्ण और राधा रानी के बड़े भक्त हैं। वो लोगों को सही मार्ग पर चलने की सलाह देते हैं।
आज के समय में काफी लोग ऐसे हैं जो सुबह लेट से उठते हैं। ऐसे लोगों को प्रेमानंद महाराज ने सलाह दी है और बताया है कि ब्रह्म मुहूर्त में क्यों उठना चाहिए?
एक वीडियो में प्रेमानंद महाराज से एक भक्त सुबह जल्दी उठने पर सवाल करता है तो वो कहते हैं कि अगर किसी तरह का आलस्य कर रहे हैं और सुबह 6:30 बजे तक उठ रहे हैं तो इसका मतलब आप ब्रह्मचर्य का पालन नहीं कर रहे हैं।
आगे वो कहते हैं कि 'शास्त्रसम्मत महापुरुषों ने भी अनुभव किया है कि जो व्यक्ति सुबह 4 बजे से 6 बजे की बीच शयन करता है वो कभी ब्रह्मचर्य का पालन नहीं कर सकता है।
इसके आगे वो बताते हैं कि रात में या फिर 2 से 3 बजे तक जिस व्यक्ति ने भजन किया हो वह देर तक सो सकता है।
लेकिन ब्रह्म मुहूर्त में अगर कोई शयन करता है तो वह बहुत ही बड़ी हानि है। कितना भी सत्संग सुन लो या भजन सुन लो लेकिन ब्रह्म मुहूर्त में सोते रहने से कुछ भी हासिल नहीं होगा।
प्रेमानंद जी महाराज कहते हैं कि ब्रह्म मुहूर्त में जो भी उपासक उठता है उसपर भगवान का आशीर्वाद बना रहता है।
उनके अनुसार सुबह 4 बजे से 6 बजे का समय काफी शक्तिशाली होता है और इसी समय भगवान का भजन करना भी अच्छा होता है।