शौर्य, स्वाभिमान और अदम्य साहस के प्रतीक के रूप में माहाराणा प्रताप का नाम आज भी लिया जाता है। सिसोदिया राजवंद के मेवाड़ राजा महाराणा प्रताप की वीर गाथाएं खूब प्रचलित हैं।
उनके घोड़े 'चेतक' के भी किस्से न सिर्फ देश बल्कि दुनियाभर में मशहूर हैं।
लेकिन क्या महाराणा प्रताप के हाथी का नाम जानते हैं। आइए जानते हैं उनके हाथी के बारे में कुछ दिलचस्प किस्से:
महाराणा प्रताप के हाथी का नाम रामप्रसाद था जिसका अर्थ होता है 'भगवान राम का उपहार'।
महाराणा प्रताप को जितना लगाव अपने घोड़े चेतक से था उतना ही स्नेह रामप्रसाद से भी था।
रामप्रसाद महाराणा प्रताप की सेना का हिस्सा था जिसने हल्दीघाटी के युद्ध में मुगल बादशाह अकबर के कई हाथियों को मार गिराया था।
इतिहासकारों की मानें तो महाराणा प्रताप के हाथी रामप्रसाद को हल्दीघाटी के युद्ध में पकड़ने के लिए अकबर ने आदेश दिए थे।
रामप्रसाद को पकड़ने के लिए 7 हाथियों का चक्रव्यूह रचा गया था।
इतिहासकारों की मानें तो, मुगलों ने जब महाराणा प्रताप के हाथी रामप्रसाद को जब पकड़ा तो अन्न-जल का त्याग कर दिया था।
इतिहासकार बताते हैं कि, महाराणा प्रताप के हाथी करीब 18 दिनों तक कुछ नहीं खाया-पिया था जिसके चलते उसकी मौत हो गई थी।