जम्मू कश्मीर के 50 टूरिस्ट स्पॉट को बंद कर दिया गया है। सरकार ने ये फैसला पहलगाम आतंकी हमले के बाद सुरक्षा को देखते हुए लिया है।
जिन स्थानों को बंद किया गया है उनमें से कई जन्नत से कम नहीं हैं। ऐसे ही कश्मीर को धरती का स्वर्ग नहीं कहा जाता है।
गुरेज घाटी के आसपास के पहाड़ 12 महीने बर्फ से ढके रहते हैं जिन्हें देखने के लिए हर साल लाखों सैलानी आते हैं।
दूधपथरी के मैदान को जब दूर से देखेने पर सफेद नजर आते हैं। इसके साथ ही यहां के पत्थर पर चमचमाते हैं। ये घाटी हरे भरे पहाडों और मैदान से घिरी हुई है।
वेरीनाग को भी सरकार ने बंद कर दिया है। इसे कश्मीर का प्रवेश द्वार कहा जाता है। यहां पानी का चश्मा और झरना भी है। ये झरना झेलम नदी का मुख्य स्रोत है। इसके साथ ही यहां पर मुगल गार्डन भी है।
पर्वतों से घिरी बंगस घाटी को देख विदेश जाना भूल जाएंगे। यहां की प्राकृतिक सुंदरता को देख वापस आने का मन नहीं करेगा।
तोसा मैदान घने जंगलों से घिरा हुआ है। यहां पर एक हरा-भरा बड़ा मैदान है।
बडगाम जिले में स्थित युसमर्ग में लोग बर्फ से ढके पहाड़, चीड़, देवदार और घास का मैदान देखने के लिए जाते हैं।
कौसर नाग से पहाड़ों को बादलों में समाते देख सकते हैं। यहां पर एक 3 किलोमीटर लंबा झील भी है जिसे हिंदू धर्म में काफी पवित्र माना गया है।