गर्मियों के मौसम में बेल का शरबत एक बेहद ठंडा, स्वादिष्ट और पाचन के लिए फायदेमंद पेय माना जाता है। यह शरीर को ठंडक देता है, कब्ज से राहत दिलाता है और पेट को साफ रखने में मदद करता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि हर किसी के लिए बेल का शरबत पीना फायदेमंद नहीं होता?
कुछ विशेष स्थितियों में इसका सेवन नुकसानदायक हो सकता है। आइए जानें किन लोगों को बेल का शरबत पीने से बचना चाहिए:
जिन लोगों को बेल फल से एलर्जी है, उन्हें इसका शरबत नहीं पीना चाहिए। एलर्जी के लक्षणों में त्वचा पर खुजली, सूजन, रैशेज या सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
हालांकि बेल का शरबत प्राकृतिक होता है, फिर भी गर्भावस्था या स्तनपान के दौरान किसी भी हर्बल या फलों से बने पेय का सेवन डॉक्टर की सलाह के बिना नहीं करना चाहिए। इससे हार्मोनल असंतुलन या बच्चे पर असर पड़ सकता है।
बेल में कुछ ऐसे तत्व हो सकते हैं जो ऑक्सलेट बढ़ा सकते हैं, जिससे पथरी की समस्या और बढ़ सकती है। अगर किसी को पहले से गुर्दे की पथरी है, तो उन्हें बेल का शरबत पीने से बचना चाहिए।
बेल का शरबत स्वादिष्ट बनाने के लिए आमतौर पर चीनी मिलाई जाती है, जो डायबिटिक लोगों के लिए हानिकारक हो सकती है। यहां तक कि बिना चीनी के भी, बेल का प्राकृतिक शर्करा स्तर उनके ब्लड शुगर को प्रभावित कर सकता है।
थायराइड के मरीजों को भी बेल का शरबत पीने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए क्योंकि बेल के कुछ यौगिक हार्मोन बैलेंस पर असर डाल सकते हैं, खासकर यदि आप पहले से कोई दवा ले रहे हैं।
अगर कोई बेल का शरबत बहुत अधिक मात्रा में पी ले, तो इससे पेट में भारीपन, गैस या हल्का दर्द महसूस हो सकता है। ऐसे में बेहतर है कि सेवन सीमित मात्रा में ही करें।
अगर आप पहली बार बेल का शरबत पी रहे हैं, तो कम मात्रा से शुरू करें। कोई भी पुरानी बीमारी हो तो डॉक्टर से सलाह अवश्य लें। साथ हीं, बच्चों को भी बेल का शरबत देने से पहले ध्यान रखें कि वे किसी तरह की एलर्जी से ग्रसित न हों।