छात्रों के साथ ही अन्य लोगों का सवाल रहता है आईएएस और जज में से कौन अधिक पावरफुल है।
दृष्टि आईएएस कोचिंग के संस्थापक और मोटिवेशनल स्पीकर डॉ. विकास दिव्यकीर्ति ने इसे बेहद सरल शब्दों में समझाया है।
भारतीय प्रशासनिक सेवा और न्यायाधीश दोनों का ही पद काफी बड़ा है और इन्हें देश की रीढ़ भी कहते हैं। इन दोनों की शक्तियां अलग-अलग क्षेत्रों में काम करती हैं।
एक आईएएस देश के प्रशासनिक ढांचे को चलते हैं। नीतियों को लागू करते हैं।
इसके साथ ही एक आईएएस अधिकारी जिला प्रशासन संभालते हैं, विकास योजनाओं पर काम करते हैं।
इसके साथ ही एक IAS अधिकारी जिले में स्वास्थ्य, कानून-व्यवस्था, शिक्षा, क्षेत्रों के विकास और जनता के लिए सरकारी कामकाज को सुचारू रूप से चलाना है।
न्यायाधीश की बात करें तो ये कानून की व्याख्या करते हैं और निष्पक्ष रूप से कानून के अनुसार न्याय प्रदान करना हैं।
जज कई मामलों में एक आईएएस अधिकारी के फैसलों को भी चुनौती दे सकते हैं।
एक जज की शक्ति कानून की रक्षा करना और न्यायपूर्ण फैसला सुनाना है।
वहीं, आईएएस की शक्ति नीतियों को लागू करने और जिला में प्रशासन को चलाना है।
विकास दिव्यकीर्ति के अनुसार एक जज राज्य सरकार पर भी कार्रवाई करने में सक्षम है।