अगर बच्चे का मन पढ़ाई में नहीं लग रहा है, तो यह सिर्फ आलस का मामला नहीं होता है। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं।
पहले समझें कि मन क्यों नहीं लग रहा है। क्या विषय कठिन है, ध्यान जल्दी भटकता है या पढ़ाई का तरीका पसंद नहीं आ रहा।
लंबे समय तक लगातार पढ़ाई करने की बजाय, 20-25 मिनट के छोटे-छोटे सत्र में पढ़ाई करवाएं। बीच-बीच में 5 मिनट का ब्रेक दें।
ड्रॉइंग, वीडियो, कहानियाँ या गेम के जरिए पढ़ाई करवाएं। इससे बच्चा सीखने को बोझ नहीं बल्कि मजेदार एक्टिविटी मानेगा।
हर बच्चे का एक बेस्ट टाइम होता है, जब उसका दिमाग सबसे एक्टिव होता है। उसी समय कठिन विषय पढ़ाएं।
पढ़ाई के समय मोबाइल, टीवी और अधिक शोर से दूरी रखें। एक साफ, शांत और रोशनी वाली जगह पढ़ाई के लिए तय करें।
छोटी-सी प्रगति पर भी उसकी तारीफ करें और छोटे रिवॉर्ड दें। यह मोटिवेशन बढ़ाता है।
अगर माता-पिता भी पढ़ने, किताबें देखने या कुछ नया सीखने में रुचि दिखाएंगे, तो बच्चा स्वाभाविक रूप से प्रेरित होगा।