भारत में आम की कई किस्में पाई जाती हैं जिनमें से एक दशहरी भी।
दशहरी अपने अनोखे मीठे स्वाद के लिए मशहूर है।
लेकिन क्या आपको पता है कि इस आम का नाम दशहरी कैसे पड़ा? नहीं तो आइए जानते हैं:
दरअसल, लखनऊ के काकोरी के पास दशहरी नाम का एक गांव है जिसके नाम पर इस आम को ये नाम दिया गया।
दशहरी आम का पेड़ लगभग 200 साल पुराना है जो आज भी इस गांव में मौजूद है और इसे देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं।
इसी गांव में रहने वाले अब्दुल हमीद खान कंधारी ने आम का एक पेड़ लगाया था। जब इस पर फल आए तो उसका स्वाद लोगों को खूब पसंद आया।
जब इस नाम के बारे में सुझाव पूछा गया तो लोगों ने गांव का ही नाम दिया जिसके बाद इसे दशहरी कहकर बुलाया जाने लगा।
इसके बाद इसके बीजों को लखनऊ के नवाब के बगीचों में भी उगाया जाने लगा और आज ये दुनिया के कई देशों में भेजा जाता है।