आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में सिरदर्द, पीरियड क्रैम्प्स, गैस, सूजन और दांत दर्द जैसे छोटे-मोटे दर्द आम हो गए हैं। दवाइयों की बजाय अगर आप कुछ नेचुरल उपाय अपनाएं, तो न केवल राहत मिलेगी बल्कि शरीर पर इसका कोई साइड इफेक्ट भी नहीं होगा।
आइए जानते हैं ऐसे 8 आम खाद्य पदार्थों के बारे में जो प्राकृतिक पेनकिलर की तरह काम करते हैं।
अनानास में ब्रोमेलेन नामक एंजाइम पाया जाता है जो सूजन को कम करने में मदद करता है। ये गैस, पेट फुलना और यहां तक कि दांत के दर्द में भी राहत दिला सकता है।
ब्लूबेरी में पाए जाने वाले फाइटोन्यूट्रिएंट्स शरीर में सूजन कम करने और मांसपेशियों को रिलैक्स करने में मदद करते हैं। ये थकान और मांसपेशियों में खिंचाव जैसी समस्याओं में बेहद कारगर है।
अदरक प्राकृतिक एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होता है। चोट के बाद होने वाले दर्द से लेकर पीरियड्स के दौरान होने वाले तेज क्रैम्प्स (डिस्मेनोरिया) में भी यह काफी राहत देता है।
हल्दी में मौजूद करक्यूमिन एक शक्तिशाली दर्द निवारक तत्व है जो दर्द के संकेतों को ब्लॉक करता है। यह जोड़ों के दर्द, गठिया और मांसपेशियों की अकड़न में खास असरदार है।
लौंग में यूजेनॉल नामक एक नेचुरल एनेस्थेटिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी एजेंट होता है। दांत दर्द से तुरंत राहत पाने के लिए लौंग का तेल या उसका टुकड़ा असरदार उपाय है।
चेरी में मौजूद एंथोसाइनिन्स थ्रॉबिंग हेडेक (धड़कता हुआ सिरदर्द) और जोड़ों के दर्द को कम करने में मदद करते हैं। रोजाना चेरी खाना माइग्रेन में भी फायदेमंद हो सकता है।
लहसुन में सल्फर कंपाउंड्स होते हैं जो सूजन से लड़ते हैं और रक्त संचार को बेहतर बनाते हैं। यह गठिया और नसों के दर्द में खासतौर पर प्रभावी होता है, खासकर जब इसे कच्चा या हल्का पका कर खाया जाए।
ग्रीन टी में मौजूद कैटेचिन्स शरीर में सूजन को कम करते हैं और जोड़ों के दर्द में राहत देते हैं। यह गठिया और मांसपेशियों के तनाव में भी काफी फायदेमंद है।