Feb 11, 2024

क्या वाकई फल खाने से कब्ज की समस्या को ठीक किया जा सकता है? एक्सपर्ट से जानें

Shreya Tyagi

कब्ज आज के समय में एक आम और तेजी से बढ़ती समस्या बन गया है। खानपान में गड़बड़ी के चलते आज हर उम्र के लोग पेट साफ न होने से परेशान हैं।

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इससे ना केवल उन्हें हर समय पेट में दर्द, ऐंठन, उल्टी, मतली जैसी समस्याओं से जूझना पड़ता हैं, बल्कि लंबे समय पर कब्ज बवासीर, भगंदर, अल्सर और फिशर समेत कई गंभीर बीमारियां भी पैदा कर सकता है।

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वहीं, इस परेशानी से निजात पाने के लिए अक्सर बड़े-बुजुर्ग फलों को आहार का हिस्सा बनाने की सलाह देते हैं। लेकिन क्या वाकई फल खाने से कब्ज की समस्या को ठीक किया जा सकता है?

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इसे लेकर यशोदा हॉस्पिटल, हैदराबाद के वरिष्ठ सलाहकार चिकित्सक डॉ. दिलीप गुडे बताते हैं कि अपने आहार में फलों को शामिल करना कब्ज से निपटने का एक प्रभावी और प्राकृतिक तरीका हो सकता है।

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डॉ. गुडे के मुताबिक, फल आहार फाइबर, पानी और विभिन्न पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं जो पाचन स्वास्थ्य और नियमित मल त्याग को बढ़ावा देते हैं।

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डॉ. गुडे बताते हैं कि सेब, नाशपाती और खट्टे फलों जैसे फलों में पाया जाने वाला घुलनशील फाइबर एक जेल जैसा पदार्थ बनाता है, जो मल को नरम करने में मदद करता है, जिससे इसे त्यागने में आसानी होती है।

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ब्लू बैरीज़

ब्लूबेरी में एंथोसायनिन नामक यौगिक होते हैं, जिनमें एंटीऑक्सीडेंट और सूजन-रोधी गुण होते हैं। नियमित रूप से ब्लूबेरी खाने से मूत्र पथ में सूजन को कम करने और बैक्टीरिया के विकास को रोकने में मदद मिल सकती है, जिससे यूटीआई का खतरा कम हो जाता है।

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केले, अमरूद, ड्रैगन फ्रूट में प्रीबायोटिक फाइबर होता है जो लाभकारी आंत बैक्टीरिया के विकास को बढ़ावा देता है। ये बैक्टीरिया पाचन तंत्र को स्वस्थ बनाए रखने में भूमिका निभाते हैं।

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कुछ फल प्राकृतिक रेचक के रूप में काम करते हैं, जो बाउल मूवमेंट को बेहतर करने में मदद करते हैं। जैसे- आलूबुखारा सोर्बिटोल सामग्री के कारण अपने प्राकृतिक रेचक प्रभाव के लिए प्रसिद्ध है, ये मल को नरम करने और मल त्याग को बढ़ावा देने में मदद करता है।

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तरबूज, खीरा और संतरे जैसे फलों में पानी की मात्रा अधिक होती है। पानी मल को नरम करने में मदद करता है, जिससे फिर इसे त्यागने में आसानी होती है।

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इसके अतिरिक्त, कीवी में एक्टिनिडिया नामक एक प्रोटियोलिटिक एंजाइम होता है, जो भी बाउल मूवमेंट को बढ़ावा देकर मल त्याग को आसान बनाता है और आपको कब्ज से राहत मिलती है।

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