अपने वीरों को सम्मानित करने के लिए भारत में कई तरह के वीरता पुरस्कार हैं। जिसमें कीर्ति चक्र और शौर्य चक्र भी शामिल हैं।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को छह कीर्ति चक्र से सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस के सम्मानित किया।
इसमें चार कीर्ति चक्र और 33 शौर्य चक्र भी प्रदान किए। लेकिन क्या आपको पता है कि कीर्ति और शौर्य चक्र में क्या अंतर है? नहीं तो आइए जानते हैं:
कीर्ति चक्र एक वीरता पदक है जो देश के सैनिकों को उनके असाधारण वीरता, अभूतपूर्व साहस के लिए दिया जाता है।
कीर्ति चक्र का पहले नाम अशोक चक्र 2 हुआ करता था लेकिन 27 जनवरी 1967 को इस पुरस्कार का नाम बदलकर कीर्ति चक्र कर दिया गया।
कीर्ति चक्र को स्टैंडर्ड चांदी से बनाया जाता है और इसका व्यास 1.375 इंच होता है।
शौर्य चक्र की शुरुआत अशोक चक्र श्रेणी-III के रूप में की गई थी। हालांकि, 27 जनवरी 1967 को इसका भी नाम बदल दिया गया।
शांतिकाल में अदम्य साहस के लिए दिए जाने वाला यह तीसरा सर्वोच्च सैन्य सम्मान है।
इसके साथ मिलने वाला गोलाकार पदक कांसे का बना होता है जिसका वजन 1.375 इंच होता है।
कीर्ति चक्र के साथ पदक विजेता को हर महीने 2100 रुपये की राशि प्रदान की जाती है।
राशि प्रदान करने की शुरुआत 1 जनवरी 1999 में हुई थी। वहीं, जितनी बार पदक प्रदान किया जाएगा, हर बार उतनी ही राशि दी जाएगी।
इसी तरह शौर्य चक्र विजेता को हर महीने 1500 रुपये की धनराशि दी जाती है। अगली बार भी इतनी ही रकम मिलती है।