आज की तेज रफ्तार जिंदगी में तनाव (Stress) एक आम समस्या बन चुका है। लोग इसे कम करने के लिए तरह-तरह के उपाय आजमाते हैं—योग, मेडिटेशन, म्यूजिक थेरेपी, और यहां तक कि काउंसलिंग।
लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि बस एक पेन और कागज लेकर बिना सोचे-समझे बनाए गए आकृतियां भी आपको मानसिक सुकून दे सकती हैं? जी हां, हम बात कर रहे हैं डूडलिंग (Doodling) की। चलिए जानते हैं डूडलिंग के स्ट्रेस रिलीफ पर प्रभाव और यह कैसे राहत का सोर्स बन सकता है।
अनुसंधान से पता चलता है कि डूडलिंग मस्तिष्क को सक्रिय करता है और तनाव के स्तर को कम करता है। डूडलिंग के दौरान आपको ध्यान और एकाग्रता की आवश्यकता होती है, जिससे आपका मन तनाव के कारणों से हटकर आराम करने लगता है। यही कारण है कि बहुत से लोग डूडलिंग को एक थैरेप्यूटिक गतिविधि मानते हैं।
डूडलिंग शुरू करना बेहद आसान है। आपको बस एक कलम और कागज की आवश्यकता है। इसमें आपको कला में माहिर होने की आवश्यकता नहीं है – यह प्रोसेस सेटिस्फेक्शन पर अधिक केंद्रित है। आप विभिन्न प्रकार के पेन, रंग और कागज का प्रयोग करके देख सकते हैं और यह पता कर सकते हैं कि आपके लिए सबसे अच्छा क्या काम करता है।
एक शांत स्थान पर बैठें जहां आपको कोई डिस्टर्ब न करे। परिणाम की चिंता किए बिना अपने विचारों को भटकने दें। अपनी श्वास पर ध्यान केंद्रित करें और मांसपेशियों को आराम दें। डिफरेंट स्टाइल, आकारों और रंगों के साथ प्रयोग करें।
डूडलिंग केवल तनाव को कम करने तक ही सीमित नहीं है। इसके कई अन्य फायदे भी हैं: बेहतर मेमोरी संचित करना, रचनात्मकता में वृद्धि, सेल्फ एक्सप्रेशन को बढ़ावा देना, बेहतर कन्सनट्रेशन और ध्यान।
डूडलिंग की प्रक्रिया में आपको अपनी कल्पना का उपयोग करना होता है और इसमें कई प्रकार की तकनीकों का प्रयोग किया जा सकता है:
सरल आकार जैसे सर्किल, स्क्वायर, ट्रायंगल से शुरू करें। यह आकार आपको काम्प्लेक्स डिजाइनों में मदद करते हैं और साथ ही आपके दिमाग को आराम भी देते हैं।
लहरें, ज़िगज़ैग या स्पाइरल जैसे पैटर्न आपके दिमाग को शांति देने में मदद कर सकते हैं। यह दोहराव मस्तिष्क में एक लय उत्पन्न करता है, जो मानसिक तनाव को दूर करता है।
अपने डूडल्स में रंगों को शामिल करना क्रिएटिविटी और एक्सप्रेशन को और बढ़ा देता है। आप उन रंगों का चयन करें जो आपकी वर्तमान स्थिति से मेल खाते हों या जो शांति और खुशी का एहसास कराएं।
मंडला डिजाइनों के साथ कन्सनट्रेशन में वृद्धि होती है। इन डिजाइनों की बैलेंस और सिमेट्री आपके विचारों को केंद्रित करती है और बाहरी दबावों से मुक्त करती है।
डूडलिंग करते समय अगर आप अपनी सांसों पर ध्यान दें तो यह प्रेकटिस और भी इफेक्टिव हो जाता है। सांसों के साथ हर डूडल की स्ट्रोक को जोड़ने से एक ध्यानपूर्ण अवस्था बनती है, जो मानसिक शांति और तनाव को कम करती है।