रोटी भारतीय खानपान का एक अहम हिस्सा है, खासकर हर रोज़ के खाने में। आमतौर पर गेहूं के आटे से बनी यह फ्लैटब्रेड न केवल स्वादिष्ट होती है बल्कि फाइबर, प्रोटीन और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर होती है। लेकिन अगर आप भी रोज वही सादी गेहूं की रोटी खाकर बोर हो गए हैं और कुछ नया ट्राय करना चाहते हैं तो आपकी थाली में ये 7 हेल्दी रोटियों के विकल्प जरूर शामिल करें।
गेहूं की रोटी फाइबर का एक अच्छा स्रोत है, जो पाचन में मदद करता है और आंतों की सेहत को बेहतर बनाता है। यह दिल की सेहत को सपोर्ट करती है और ब्लड शुगर को संतुलित रखने में मदद करती है। इसमें आयरन और विटामिन B जैसे आवश्यक पोषक तत्व भी मौजूद होते हैं।
ज्वार एक ग्लूटेन-फ्री अनाज है जो प्रोटीन, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है। यह पाचन को बेहतर करता है, वजन कम करने में मदद करता है और कोलेस्ट्रॉल को घटाकर दिल की सेहत को भी सुधारता है।
मक्के के आटे से बनी रोटी में फाइबर और कैरोटिनॉयड जैसे एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो आंखों के लिए फायदेमंद होते हैं। इसका घुलनशील फाइबर पाचन में सहायक होता है और शरीर को लंबे समय तक ऊर्जा प्रदान करता है।
रागी (मडुआ) आयरन और कैल्शियम का बेहतरीन प्लांट-बेस्ड स्रोत है। ये पोषक तत्व हड्डियों को मजबूत बनाते हैं और शरीर में हीमोग्लोबिन बढ़ाने में मदद करते हैं। इसमें मौजूद फाइबर ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है और वजन कम करने में सहायक होता है।
बाजरा मैग्नीशियम का अच्छा स्रोत है, जो दिल की सेहत और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में सहायक है। यह भी ग्लूटेन-फ्री होता है और पाचन तंत्र को बेहतर बनाता है। डायबिटीज के मरीजों के लिए यह एक बेहतरीन विकल्प है।
चना दाल से बना बेसन प्रोटीन से भरपूर होता है, जो मांसपेशियों की ग्रोथ और मेटाबॉलिज़्म को बढ़ावा देता है। यह लो-ग्लाइसेमिक फूड है, इसलिए डायबिटीज के मरीजों के लिए यह एक आदर्श विकल्प माना जाता है।
ओट्स में मौजूद बीटा-ग्लूकन नामक घुलनशील फाइबर कोलेस्ट्रॉल कम करने में मदद करता है। यह पाचन तंत्र को हेल्दी रखता है और ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करता है। साथ ही इसमें प्रोटीन और माइक्रो न्यूट्रिएंट्स भी भरपूर मात्रा में होते हैं।