मानसून हमें तपती गर्मी से राहत तो दिलाता पर मौसमी बदलाव अपने चुनौतियों के साथ आता है। मानसून में स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का खतरा ज्यादा होता है। ऐसे में स्वस्थ रहने में डाइट अहम भूमिका निभा सकता है। पढ़ें मानसून में इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए 10 डाइट टिप्स
मानसून में पपीता, जामुल और नाशपाती जैसे विटामिन रिच फल मिलते हैं। यह फल फाइबर और एंटीऑक्सिडेंट्स से भरे हुए होते हैं जो इम्यूनिटी को बूस्ट करते हैं।
प्रोबॉयेटिक्स-रिच फूड जैसे दही, छाछ और फर्मेंटेड फूड को आहार में शामिल करना फायदेमंद साबित हो सकता है। क्योंकि यह गट हेल्थ के बेहतर रखते हैं और हेल्दी गट का मतलब हैपी यू।
हल्का और ताजा पका खाना खाने की कोशिश करें। इन्हें डाइजेस्ट करना आसान होता है। ठंडा और तैलीय खाना खाने के पेट की समस्याएं हो सकती हैं।
तुलसी, अदरक, हल्दी और काली मिर्च में बहुत अधिक मात्रा में एंटी-माइक्रोबियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। मानसून में इन्हें अपनी डायट में शामिल करना एक स्मार्ट च्वॉइस हो सकता है।
पानी संबंधी बीमारियों से बचने के लिए स्वच्छ और साफ पानी पिएं। कंटेमिनेटेड पानी पीने से बचें। हाइड्रेशन के लिए नारियल पानी या जूस या सूप पीना भी अच्छा विकल्प है।
पत्तेदार सब्जियों में बैक्टीरिया के छिपे होने का खतरा अधिक होता है। ऐसे में मानसून में इन्हें खाने से बचना चाहिए। अगर आप इन्हें खा रहे हैं तो इन्हें अच्छी तरह से धोकर-पका कर खाएं।
ऐसे खाने पचाने में मुश्किल होता है। ऐसे में मानसून में इनके सेवन से बचना चाहिए। चीनी के बदले गुड़ या खजूर का सेवन करें।
संतरा, नींबू और आंवले में प्रचूर मात्रा में विटामिन-सी होता है। इनके सेवन से इम्यूनिटी बूस्ट होता है और बीमारियों से बचाव होता है। विटामिन-सी के सेवन के लिए नींबू पानी बेस्ट ऑप्शन है।
एक ही बार ज्यादा खाने से बचें। कम खाएं, भले ही बार-बार खाएं। एक बार बहुत ज्यादा खा लेने से पाचन तंत्र पर अत्यधिक प्रेशर पड़ता है।
मानसून में कच्ची चीजों का सेवन, जैसे - सालाद या जूस, कम करें। इनमें बैक्टिरिया हो सकते हैं जो आपका पेट खराब कर सकते हैं। सब्जियों को पकाने से पहले अच्छी तरह से धोना भी जरूरी है।