“अर्ली टू बेड, अर्ली टू राइज, मेक्स अ मैन हेल्दी, वेल्दी एंड वाइज” — यानी, जल्दी सोना और जल्दी उठना मनुष्य को स्वस्थ, संपन्न और बुद्धिमान बनाता है। यह कहावत जितनी पुरानी है, उतनी ही प्रासंगिक भी है।
लेकिन यह सिर्फ कहावत नहीं है, बल्कि एक सच्चाई है जिसे आज साइंस और रिसर्च भी साबित कर चुकी है। हमारे घर के बड़े बुजुर्ग भी हमेशा सुबह जल्दी उठने की सलाह देते हैं।
लेकिन क्या सच में सुबह जल्दी उठना हमारे लिए जरूरी है? क्या इसके कोई वैज्ञानिक और व्यावहारिक फायदे हैं? आइए जानते हैं सुबह जल्दी उठने के कई लाभ जो आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं।
सुबह का समय बेहद शांत और स्ट्रेस-फ्री होता है। इस वक्त चारों ओर की ताजगी और सुकून आपके मन को भी शांत करता है। इस दौरान आप ध्यान, मेडिटेशन या प्राणायाम करें तो दिनभर की टेंशन दूर रहती है। सुबह के समय शरीर में कॉर्टिसोल हार्मोन का स्तर संतुलित होता है, जो तनाव को कम करने में मदद करता है।
सुबह की हवा में ऑक्सीजन की मात्रा अधिक होती है। जब आप ताजा हवा में सैर करते हैं, तो दिमाग को अधिक ऑक्सीजन मिलती है, जिससे मेमोरी, एकाग्रता और सोचने-समझने की क्षमता में इजाफा होता है। यह छात्रों और प्रोफेशनल्स दोनों के लिए फायदेमंद है।
सुबह जल्दी उठने वाले लोग दिन की बेहतर शुरुआत करते हैं। उनके पास ज्यादा समय होता है जिससे वे अपने दिन को बेहतर तरीके से प्लान कर पाते हैं। बिना हड़बड़ी के काम करने से फोकस बढ़ता है, और परिणामस्वरूप कार्यक्षमता में भी सुधार होता है।
सुबह का समय वर्कआउट, योग और एक्सरसाइज के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है। इस वक्त किया गया व्यायाम न केवल वजन घटाने में मदद करता है बल्कि मेटाबॉलिज्म को भी मजबूत बनाता है। सुबह की धूप से विटामिन-D भी मिलता है जो हड्डियों को मजबूत बनाता है।
सुबह की ताजी हवा फेफड़ों के लिए एक टॉनिक की तरह काम करती है। इससे फेफड़ों की क्षमता बढ़ती है और ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है। यही नहीं, जो लोग सुबह वर्कआउट करते हैं, उनमें हृदय संबंधी बीमारियों का खतरा भी कम होता है।
जो लोग सुबह जल्दी उठते हैं, उन्हें अपने दिन की शुरुआत से ही स्पष्टता रहती है। वे अपने दिन को प्रायोरिटी के हिसाब से प्लान कर पाते हैं, जिससे कार्यों में देरी नहीं होती और लाइफ में संतुलन बना रहता है।
सुबह का समय सिर्फ शरीर नहीं, आत्मा और दिमाग की ग्रोथ के लिए भी बेहद जरूरी है। आप इस समय नई स्किल्स सीख सकते हैं, किताबें पढ़ सकते हैं, और अपने गोल्स पर फोकस कर सकते हैं। यही छोटी-छोटी आदतें आपको बाकी लोगों से अलग और आगे रखती हैं।
जल्दी उठने से आप रात में भी जल्दी सोने लगते हैं। इससे आपकी स्लीप साइकल सुधरती है और नींद गहरी और अच्छी होती है। अच्छी नींद का सीधा असर आपकी इम्यूनिटी, मूड और दिमागी सेहत पर पड़ता है।
सूर्योदय के समय उठने से दिमाग फ्रेश और रिलैक्स रहता है। मानसिक बीमारियों से जूझ रहे लोगों के लिए यह आदत प्राकृतिक इलाज की तरह काम करती है। इससे ब्रेन स्ट्रोक, ब्रेन हैमरेज जैसी समस्याएं भी कम हो सकती हैं।
जो लोग देर से उठते हैं, वे अक्सर अनहेल्दी लाइफस्टाइल के शिकार हो जाते हैं। लेकिन जल्दी उठने वाले लोग अपने फिटनेस के लिए समय निकाल पाते हैं। एक्सरसाइज और समय पर खाना खाने से वजन कंट्रोल में रहता है और डायबिटीज, हाई बीपी और हार्ट डिजीज जैसी बीमारियों से बचाव होता है।