महिलाओं के लिए आज का दिन बेहद ही खास है। हर 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में मनाया जाता है। आज महिलाएं हर क्षेत्र में कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं। इस मौके पर जानते हैं उन महिलाओं के बारे में जिन्होंने देश में इतिहास रचा।
कोई देश की पहली महिला प्रधानमंत्री बनीं तो किसी ने राष्ट्रपति बन इतिहास के पन्नों में अपना नाम दर्ज कराया। आइए डालते हैं एक नजर:
शुरुआत इंदिरा गांधी से करते हैं जो देश की तीन बार प्रधानमंत्री रहीं। भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की इकलौती बेटी इंदिरा गांधी साल 1966 में देश की पहली महिला प्रधानमंत्री बनी थीं।
प्रतिभा पाटिल ने 25 जुलाई 2007 को राष्ट्रपति पद की शपथ ली थी। देश के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ था जब किसी महिला को राष्ट्रपति बनाया गया हो। प्रतिभा पाटिल देश की 12वीं और पहली राष्ट्रपति थीं।
मीरा कुमार भारत की पहली महिला लोकसभा स्पीकर बन इतिहास के पन्ने में अपना नाम हमेश के लिए दर्ज करा दिया। साल 2009 में उन्होंने सासाराम सीट से चुनाव जीता जिसके बाद उन्हें पहली महिला लोकसभा स्पीकर के तौर पर चुना गया था।
सुचेता कृपलानी देश की पहली महिला मुख्यमंत्री हैं। वो साल 1963 से लेकर 1967 तक उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री रहीं।
देश की पहली महिला राज्यपाल सरोजिनी नायडू बनीं थीं। वो 1947 से 1949 तक उत्तर प्रदेश की राज्यपाल रहीं। सरोजिनी नायडू को ही 'द नाइटिंगेल ऑफ इंडिया' कहा जाता है।
अन्ना रजम मल्होत्रा देश की पहली महिला आईएएस हैं। केरल के एर्नाकुलम में जन्मीं अन्ना रजम मल्होत्रा ने वर्ष 1951 में ये इतिहास रचा था।
किरण बेदी देश की पहली महिला आईपीएस हैं। ये इतिहास उन्होंने साल 1972 में रचा था।
भारत में पहली महिला न्यायधीश का इतिहास मीरा साहिब फातिमा बीबी ने रचा था। इस पद पर वो 6 अक्टूबर 1989 से लेकर 29 अप्रैल 1992 तक रहीं।