Dec 29, 2023 Archana Keshri
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भारत के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की अपनी-अपनी संस्कृति और विरासत है। इन सबके अलावा इन शहरों से जुड़े कुछ ऐसे रंग भी हैं, जो इन्हें पूरी दुनिया में खास पहचान दिलाते हैं। भारत में ऐसे कई शहर हैं जो रंगों के नाम से जाने जाते हैं। चलिए जानते हैं कि अलग-अलग रंगों से पहचाने जाने वाले शहरों के नाम ऐसे क्यों रखे गए।
राजस्थान का जयपुर 'पिंक सिटी' के नाम से जाना जाता है। यह शहर गुलाबी रंग से रंगा हुआ है। दरअसल, 1876 में प्रिंस अल्बर्ट जयपुर शहर के दौरे पर आये थे। उनके आतिथ्य सम्मान में जयपुर के शासक महाराजा सवाई राम सिंह द्वितीय ने गुलाबी रंग से रंगवा दिया था।
राजस्थान के जोधपुर को 'ब्लू सिटी' नाम से जाना जाता है। इस शहर में मौजूद सभी घरों को नीले रंग से रंगा गया है। घरों पर नीला रंग होने का मुख्य कारण इस रेतीले शहर में पड़ने वाली भयंकर गर्मी है, जिससे बचने के लिए लोगों ने अपने घरों को नीले रंग से पेंट करवाया है।
राजस्थान के उदयपुर को 'व्हाइट सिटी' के नाम से जाना जाता है। इसकी वजह ये है कि इस शहर में कई सारे संगमरमर के महल बने हुए हैं।
राजस्थान के जैसलमेर को 'ब्राउन सिटी' कहा जाता है। इस शहर में रेगिस्तान होने के कारण इसे यह नाम दिया गया है।
पंजाब के अमृतसर को 'गोल्डन सिटी' के नाम से जाना जाता है। इसके पीछे का कारण यहां पर स्थित गोल्डन टेंपल है।
ओडिशा राज्य के कटक शहर को 'सिल्वर सिटी' के नाम से भी जाना जाता है। दरअसल, इस शहर में फिलीग्री सिल्वरवर्क यानी आभूषणों और चांदी की वस्तुओं को आकर्षक लुक देने का काम किया जाता है।
महाराष्ट्र के नागपुर को 'ऑरेंज सिटी' के नाम से जाना जाता है। इसे यह नाम यहां बड़े पैमाने पर संतरे की खेती के कारण मिला।
पश्चिम बंगाल के कोलकाता शहर को 'ब्लैक सिटी' के नाम से भी जाना जाता है। इसके पीछे पहला कारण यह है कि ब्रिटिश शासन के दौरान यहां एक बंदी गृह बनाया गया था, जिसे ब्लैक होल नाम दिया गया था। इस जगह पर लोगों को बंदी बनाकर रखा जाता था और उन्हें सजा दी जाती थी। वहीं दूसरी वजह यहां बड़े पैमाने पर मां काली की पूजा होती है।
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