बिहार भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री रहे सुशील कुमार मोदी अब नहीं रहे। दिल्ली के एम्स अस्पताल में उन्होंने आखिरी सांस ली।
सुशील कुमार मोदी को कैंसर था इसकी जानकारी उन्होंने कुछ समय पहले खुद ट्वीट कर दी थी। आइए जानते हैं उन्हें कौन सा कैंसर था और इसके लक्षण और कारण क्या होते हैं।
सुशील मोदी यूरिनरी ब्लैडर कैंसर बीमारी से जूझ रहे थे। ये बीमारी काफी बढ़ गई थी जिसके बाद उन्हें बचा पाना मुश्किल था।
यूरिनरी ब्लैडर मूत्रमार्ग के ऊपर और किडनी के नीचे होता है। किडनी से यूरिन, यूरिनरी ब्लैडर में ही आता है। कुछ समय तक यूरिन ब्लैडर में रहता है और फिर बाद में शरीर से बाहर निकल जाता है।
ब्लैडर में कैंसर का कारण इसमें मौजूद सेल्स का तेजी से बढ़ना बताया गया है।
अगर इस कैंसर का समय पर पता चल जाए तो इलाज हो सकता है लेकिन एडवांस स्टेज पर जाने के बाद मुश्किल होता है।
ये कैंसर यूरिनरी ब्लैडर से होते हुए ब्लैडर की बाहर की परत और लिम्फ नोड्स के बाद लंग्स और लिवर तक में फैल जाता है।
बार-बार पेशाब आना, पेशाब में खून, सही तरीके से पेशाब नहीं आना और बार-बार यूरिन इन्फेक्शन होना इसके लक्षणों में से एक हैं।