अयोध्या में 22 जनवरी को भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ही देश और दुनिया से भी कई बड़े दिग्गज नेता उपस्थित रहेंगे। ऐसे में अयोध्या को अभेद्य किले में तब्दील कर दिया गया है।
अयोध्या को सुरक्षा के लिहास से येलो और रेड जोन में बांटा जाएगा। रेड और येलो जोन की निगरानी में ड्रोन भी लगाए जाएंगे।
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो राम मंदिर की सुरक्षा की जिम्मेदारी यूपी एसटीएफ के साथ ही केंद्रीय सुरक्षा बलों के हवाले होगी।
वहीं, पुलिस से कई कंपनियों ने संपर्क किया है जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के डेटाबेस पर काम करते हुए पूरे इलाके की सुरक्षा को और मजबूत करेंगी।
CRPF, पीएसी, एसएसएफ, पुलिसकर्मी, बम स्क्वायड टीम, के साथ ही राम मंदिर की सुरक्षा में केंद्रीय जांच एजेंसी और एनएसजी के कमांडो भी तैनात रहेंगे।
राम जन्मभूमि की सुरक्षा में कुल 25000 जवान लगाए जाएंगे जिसमें मिलिट्री के भी जवान शामिल हैं।
रेड जोन में फिदायीन हमले रोकने के लिए क्रैश रेटेड बोलार्ड लगाए गए हैं। इसके साथ ही व्कील स्कैनर, टायर कलर, बूम बैरियर के साथ कमांडो भी तैनात रहेंगे।
वहीं, येलो जोन की निगरानी सीसीटीवी कैमरों से भी की जाएगी। इन सबके अलावां सरयू नदी पर सुरक्षा के लिए स्नाइपर भी तैनात किए जाएंगे।