इस एक गांव के बदले भारत ने पाकिस्तान को दे दिये थे अपने 12 गांव, जानिए क्या थी वजह

आजादी के बाद से ही भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण माहौल रहा है। कश्मीर को लेकर दोनों देशों के बीच विवाद आजादी के बाद से ही शुरू हो गया था।

लेकिन क्या आप जानते हैं कि तनावपूर्ण रिश्तों के बावजूद एक गांव ऐसा भी है जिसके लिए भारत ने अपने 12 गांव पाकिस्तान को सौंप दिए थे।

इस गांव का नाम है हुसैनीवाला। यह गांव भारत के पंजाब राज्य के फिरोजपुर जिले के अंतर्गत आता है।

यह गांव भारत-पाकिस्तान सीमा के पास स्थित है। दरअसल, यह गांव शहीद भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव और बटुकेश्वर दत्त की शहादत स्थली के रूप में जाना जाता है।

पंजाब माता के खिताब से नवाजी गईं भगत सिंह की माता विद्यावती देवी की समाधि भी यहीं पर स्थित है।

इस गांव से शहीदों की निशानियां और देशवासियों की भावना जुड़ी थी। वहीं, देश के आजाद होने के बाद बंटवारे के समय हुसैनीवाला गांव पाकिस्तान में चला गया था।

ऐसे में भारत सरकार ने पाकिस्तान से इस गांव को वापस लेने का फैसला किया।

जिसके बाद पाकिस्तान को 12 बड़े गांव देकर 1961 में हुसैनीवाला को भारत में वापस मिलाया गया था।