भारत में भगवान शिव के अनेकों मंदिर हैं और हर मंदिर में नंदी विराजमान है। कहा जाता है कि बिना नंदी के दर्शन और उनकी पूजा किए भगवान शिव की पूजा अधूरी मानी जाती है।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत में एक अनोखा मंदिर ऐसा है जहां साल दर साल नंदी की प्रतिमा बढ़ती जा रही है।
यह मंदिर आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले में स्थित है जिसका नाम यागंती उमा महेश्वर मंदिर है।
इस मंदिर की सबसे बड़ी खासियत यहां स्थापित नंदी की मूर्ति है। कहा जाता है कि नंदी की यह मूल प्रतिमा पहले काफी छोटी थी मगर समय के साथ-साथ इसका आकार अपने आप बढ़ रहा है।
आकार बढ़ने के कारण नंदी के आसपास के कुछ स्तंभों को हटाया जा चुका है। बताया जाता है कि मूर्ति का आकार हर 20 साल में करीब एक इंच बढ़ जाता है।
मंदिर में आने वाले श्रद्धालु इस घटना को चमत्कार मानते हैं। लेकिन आपको बता दें कि ये कोई चमत्कार नहीं बल्कि इसके पीछे एक विज्ञान है।
इस रहस्य से पर्दा उठाने के लिए पुरातत्व विभाग द्वारा शोध किया गया। इस शोध के अनुसार बताया गया कि इस मूर्ति को बनाने में जिस पत्थर का इस्तेमाल किया गया था उसकी प्रवृत्ति बढ़ने वाली है।
भारतीय पुरातत्व विभाग ने बताया कि यह नंदी एक ऐसे चट्टान से बना है जिसमें मिनरल कंटेंट अधिक है।
जब ये मिनरल हवा में नमी के संपर्क में आते हैं तो वे फैलते हैं और चट्टान के आकार को कुछ मिलीमीटर तक बढ़ा देते हैं।