मेट्रो स्टेशन से लाल किला तक बंद, ऐसा रहा किसान आंदोलन का पहला दिन

ऐसा रहा पहला दिन

किसानों ने शाम ढलते ही प्रदर्शन तो रोक दिया लेकिन इसका असर कई चीजों पर पड़ा है। कहीं भारी जाम देखने को मिला तो कई मेट्रो स्टेशन के गेट बंद करने पड़े। आइए जानते हैं कैसा रहा किसान आंदोलन का पहला दिन:

पुख्ता इंतजाम

पुलिस ने दिल्ली से सटे बॉर्डर पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे और पहले दिन किसानों को रोकने पुलिस कामयाब भी रही।

शंभू सीमा पर झड़प

हालांकि, शंभू सीमा (हरियाणा-पंजाब) पर किसानों और पुलिस के बीच झड़प भी हुई जिसमें कई किसान और पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं।

ये बॉर्डर सील

इस झड़प के बाद दिल्ली पुलिस ने टिकरी, सिंघु और गाजीपुर बॉर्डर को सील कर दिया है। साथ ही कई किसानों को हिरासत में भी लिया गया है।

रबड़ की गोलियां भी चली

किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले, पानी का बौछार और रबड़ की गोलियां भी दागी।

किसानों ने तोड़ा बैरिकेड

शंभू बॉर्डर पार करने के लिए प्रदर्शन कर रहे किसानों ने ट्रैक्टरों से सीमेंट के बैरिकेड को तोड़ दिए जिसके बाद भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े।

लाल किला बंद

किसान आंदोलन के चलते भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) ने लाल किला परिसर को सुरक्षा कारणों से पर्यटकों के लिए अस्थायी रूप से बंद कर दिया है।

मेट्रो स्टेशन का हाल

वहीं, दिल्ली मेट्रो के केंद्रीय सचिवालय, राजीव चौक, उद्योग भवन, पटेल चौक, मंडी हाउस, बाराखंभा रोड, जनपथ, खान मार्केट और लोक कल्याण मार्ग स्टेशनों पर प्रवेश व निकास के लिए सीमित गेटों का इस्तेमाल किया जा रहा है।