देशभर में कई प्राचीन शिव मंदिर हैं, जिनके पीछे कई मान्यताएं और कई कहानियां छिपी हुई हैं, लेकिन उदयपुर में एक ऐसा शिव मंदिर है, जिसकी कहानी में रावण का जिक्र है।
राजस्थान के उदयपुर से करीब 70 किलोमीटर दूर आवरगढ़ की पहाड़ियों पर झाड़ोल क्षेत्र में स्थित इस मंदिर का नाम कमलनाथ मंदिर है।
ऐसी मान्यता है कि इस मंदिर को लंकापति रावण ने बनवाया था और इसमें शिवलिंग की स्थापना भी की थी।
यह वह स्थान है जहां भगवान शिव को खुश करने के लिए रावण ने अपना सिर काट कर अग्नि कुण्ड में अर्पित कर दिया था।
बताया जाता है कि यहां पर लंकापति रावण ने महादेव को प्रसन्न करने के लिए तप किया था और 108 कमल के फूल अर्पित करने का संकल्प लिया था।
लेकिन जब रावण भगवान शिव को फूल अर्पित कर रहा था तो उसमें एक फूल कम पड़ गया। इसके बदले में रावण ने फिर अपना सिर काटकर चढ़ा दिया था।
रावण के सिर काटकर चढ़ाने पर महादेव ने खुश होकर लंकापति को नाभी में अमृत कुंड और दस शीश का वरदान दिया था।
रावण द्वारा कमल के फूल चढ़ाने के कारण इस मंदिर का नाम कमलनाथ महादेव मंदिर पड़ा। बताया जाता है कि इस मंदिर में भगवान शिव से पहले रावण की पूजा की जाती है।