तो इसलिए मकर संक्रांति पर उड़ाते हैं पतंग, अयोध्या से है कनेक्शन

मकर संक्रांति का त्योहार देशभर में बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जाता है। मकर संक्रांति को पतंगों का त्योहार भी कहा जाता है क्योंकि इस दिन पतंग उड़ाने का रिवाज है।

इसलिए इस दिन का बच्चे बेसब्री से इंतजार करते हैं। लेकिन क्या कभी आपने सोचा कि इस पर्व पर पतंग उड़ाने का रिवाज क्यों हैं।

बता दें, मकर संक्रांति के दिन पतंग उड़ाने का धार्मिक और वैज्ञानिक महत्व है। धार्मिक महत्व की बात करें तो इसका संबंध भगवान राम से बताया जाता है।

माना जाता है इस दिन पतंग उड़ाने की परंपरा की शुरुआत भगवान राम ने की थी।

रामायण के अनुसार, अयोध्या में भगवान राम, लक्ष्मण और हनुमान बचपन में एक साथ पतंग उड़ा रहे थे और उनकी पतंग उड़ते-उड़ते इंद्रलोक चली गई थी।

राम जी की पतंग देखकर सभी देवी-देवता प्रसन्न हुए और तभी से मकर संक्रांति के दिन पतंग उड़ाने की परंपरा चली आ रही है।

वहीं, वैज्ञानिकों के अनुसार पतंग उड़ाने से कई व्यायाम एक साथ हो जाते हैं।

मकर संक्रांति त्योहार सर्दी के मौसम में आता है, इसलिए इस दिन सुबह धूप में पतंग उड़ाने से सेहत को भी लाभ मिलता है।