हिमाचल प्रदेश में अब तक बारिश से संबंधित घटनाओं में 82 लोगों की मौत हो चुकी है।
इसके साथ ही लापता हुए 28 लोगों की तलाश जारी है।
पिछले हफ्ते थुनाग, गोहर और करसोग में लापता हुए 28 लोगों का पता लगाने के लिए ड्रोन और सर्च डॉग का इस्तेमाल किया जा रहा है।
बारिश-बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित मंडी जिले में सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन तेजी से जारी है।
मानसून की शुरुआत के बाद से राज्य में प्राकृतिक आपदा की कई घटनाएं घटी हैं जिनमें 23 बार बाढ़ आना, 19 बार बादल फटना और 16 जगह लैंडस्लाइड होना शामिल है।
राष्ट्रीय एवं राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल, सेना, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस और होमगार्ड के लगभग 250 जवान स्थानीय लोगों के साथ मिलकर सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे हैं।
20 टीमें लगातार जानकारी जुटा रही हैं और दुर्गम क्षेत्रों में राशन और मेडिकल किट वितरित कर रही हैं।
राज्य में 20 जून से अब तक 80 मौतें हुई हैं, जिनमें से 52 मौतें बादल फटने, अचानक बाढ़ और लैंडस्लाइड जैसी बारिश से जुड़ी घटनाओं के कारण हुई हैं।