भारतीय सेना का हर जवान अपनी वर्दी पर गर्व करता है, क्योंकि वर्दी न केवल अनुशासन और शौर्य का प्रतीक है, बल्कि यह हर सैनिक के अंदर गर्व और सम्मान की भावना भी जगाती है। क्या आप जानते हैं कि भारतीय सेना के पास केवल एक नहीं, बल्कि 14 अलग-अलग वर्दियां हैं, जिन्हें सैनिक विभिन्न अवसरों और परिस्थितियों में पहनते हैं? आइए, इन वर्दियों के बारे में विस्तार से जानते हैं।
यह वर्दी सेना के जवानों की आम ड्यूटी के लिए पहनी जाती है। इसमें जैतूनी हरे रंग की हाफ स्लीव शर्ट और पैंट होती है। इसके साथ सैनिक अपनी रेजिमेंट के अनुसार बेरेट कैप या पीक कैप पहनते हैं।
ठंड के मौसम में, जैतूनी हरे रंग की ओवरकोट के साथ आड़ू रंग की फुल स्लीव शर्ट और काले रंग की टाई पहनी जाती है। यह सर्दियों की परिस्थितियों के लिए अनुकूल है।
कुछ क्षेत्रों में, सर्दियों के दौरान सैनिकों को अंगोला विंटर यूनिफॉर्म पहनने का आदेश दिया जाता है। इसमें गहरे भूरे रंग की फुल स्लीव शर्ट और काली पैंट होती है।
यह वर्दी सेना के उच्च-स्तरीय अधिकारियों द्वारा राष्ट्रीय समारोहों के दौरान पहनी जाती है। इसमें उनके पदक, लैनयार्ड्स और अन्य उपलब्धियों को गर्व से प्रदर्शित किया जाता है।
आर्मर्ड कॉर्प्स, जिसे टैंक रेजिमेंट भी कहा जाता है, की सेरेमोनियल यूनिफॉर्म बेहद आकर्षक होती है। यह वर्दी नाइट या कैवैलरीमैन की वर्दी जैसी दिखती है।
यह वर्दी विशेष रूप से डाइनिंग अवसरों के लिए पहनी जाती है। इसमें सफेद टी-शर्ट, काली पैंट और कमर पर रेजिमेंट के रंग का कमरबंद या सैश बांधा जाता है।
यह भारतीय सेना की फील्ड वर्दी है, जिसे आमतौर पर जंगल ड्रेस कहा जाता है। यह फुल स्लीव ड्रेस पैंट के ऊपर बिना टक किए पहनी जाती है। इसके साथ सैनिक बूट पहनते हैं।
सर्दियों के दौरान, सैनिक जंगल ड्रेस के ऊपर हरे रंग की जैकेट पहनते हैं। यह ठंडी और तेज हवा वाले इलाकों में आराम प्रदान करती है।
लेह-लद्दाख जैसे ऊंचाई वाले इलाकों में जंगल ड्रेस के कैमोफ्लाज काम नहीं आते। इसलिए इन क्षेत्रों के लिए अलग कॉम्बैट यूनिफॉर्म डिजाइन की गई है।
यह वर्दी विशेष रूप से आर्मी एविएशन के लिए होती है। यह एक सिंगल पीस ड्रेस है, जिसमें बीच में चेन होती है। इसे पहनने में आसानी होती है क्योंकि इसमें बेल्ट और पैंट की जरूरत नहीं होती।
सर्दियों के दौरान, सैनिक डंगरी के ऊपर हल्के भूरे रंग की जैकेट पहनते हैं। इस जैकेट पर रैंक, नाम और अन्य बैज लगाए जाते हैं।
कई बार इसे एनएसजी की वर्दी समझ लिया जाता है, लेकिन यह आर्मर्ड कॉर्प्स की वर्दी है। इसे एनएसजी से अलग पहचानने के लिए देखना होगा कि एनएसजी की वर्दी पर कंधे पर "NSG" टैब लगा होता है।
स्मॉक्स विशेष रूप से सर्दियों के लिए होती है और आमतौर पर शांति क्षेत्रों या विशेष अवसरों पर पहनी जाती है। इसे भी पैंट के ऊपर बिना टक किए पहना जाता है।
यह वर्दी हल्की-फुल्की ट्रेनिंग और आराम के समय पहनी जाती है। इसमें हरे रंग की हाफ या फुल स्लीव टी-शर्ट के साथ जंगल पैंट पहनी जाती है।
भारतीय सेना की हर रेजिमेंट की अपनी खास विशेषताएं और परंपराएं होती हैं। उदाहरण के लिए, मिलिट्री पुलिस (CMP) के सैनिक सफेद बेल्ट और लाल कैप पहनते हैं। इसी तरह अन्य रेजिमेंट्स और कॉर्प्स अपनी वर्दियों में अलग-अलग डिटेल्स का इस्तेमाल करती हैं।