Ayodhya Ram Mandir: जानिए कितने पढ़े लिखे हैं श्रीराम की मूर्ति बनाने वाले अरुण योगीराज

Jan 06, 2024 Archana Keshri

(Source: @arun_yogiraj/instagram)

राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का समय नजदीक आ गया हैठ। राम मंदिर के गर्भगृह में स्थापित होने वाली मूर्ति का चयन हो चुका है। 22 जनवरी को रामलला की मूर्ति भव्य राम मंदिर में लगाई जाएगी।

इस मूर्ति को कर्नाटक के जाने-माने मूर्तिकार अरुण योगीराज ने बनाई है। 37 वर्षीय अरुण कर्नाटक के मैसूर के प्रसिद्ध मूर्तिकार हैं।

रामलला की मूर्ति बनाने के लिए अरुण 6 महीने तक अयोध्या में रहे और रोज 12 घंटे काम किया था।

बता दें, अरुण सुप्रसिद्ध मूर्तिकार योगीराज शिल्पी के बेटे हैं। उनका पांच पीढ़ियों से मूर्ति बनाने का काम है। उनके दादा बसवन्ना भी प्रसिद्ध मूर्तिकार रह चुके हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो मैसूर विश्वविद्यालय से अरुण योगीराज ने एमबीए की डिग्री हासिल की है। इसके बाद उन्होंने प्राइवेट सेक्टर में कुछ समय तक नौकरी भी की थी।

लेकिन मूर्तिकार बनने के लिए उन्होंने नौकरी छोड़ दी। अरुण बचपन में ही नक्काशी के काम से जुड़ गए थे।

रामलला की मूर्ति बनाने से पहले उन्होंने सुभाष चंद्र बोस की 30 फीट ऊंची प्रतिमा बनाई थी, जिसे इंडिया गेट पर अमर जवान ज्योति स्थल के पीछे भव्य छतरी के नीचे पीएम मोदी ने स्थापित किया था।

इसके अलावा उन्होंने केदारनाथ में स्थापित आदि शंकराचार्य की 12 फीट मूर्ति, मैसूर में महाराजा जयचामाराजेंद्र वोडेयार की 14.5 फीट की सफेद संगमरमर की मूर्ति, महाराजा श्री कृष्णराजा वोडेयार-IV और स्वामी रामकृष्ण परमहंस की मूर्ति भी बनाई है।