यूं खुली थी शराब घोटाले की पोल, अरविंद केजरीवाल से पहले ये भी हो चुके हैं अरेस्ट

ED ने किया गिरफ्तार

ईडी की टीम ने गुरुवार शाम दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को शराब घोटाले मामले में गिरफ्तार कर लिया है। ऐसे में आइए जानते हैं क्या है ये मामला और दिल्ली सीएम से पहले और कौन-कौन हो चुका है गिरफ्तार।

के कविता की गिरफ्तारी

अरविंद केजरीवाल से पहले बीते हफ्ते ही ईडी ने तेलंगाना के पूर्व सीएम केसीआर की बेटी के. कविता को गिरफ्तार किया था।

मनीष सिसोदिया और संजय सिंह

इन दोनों के अलावा दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और राज्यसभा सांसद संजय सिंह पहले से ही जेल में हैं।

आबकारी नीति

अरविंद केजरीवाल सरकार ने जब आबकारी नीति 2021-22 में बनाई थी तब दावा किया था कि इससे राजस्व में इजाफा होगा। नीति के तहत दिल्ली को 32 जोन में बांटा गया और हर जोन में 27 दुकानें खोलने की बात हुई।

दिल्ली सरकार का तर्क

इस नीति के तहत शराब की दुकानों को प्राइवेट कर दिया गया और तर्क दिया की इससे 3500 करोड़ रुपये का राजस्व हासिल होगा। साथ ही सरकार ने शराब की दुकान की लाइसेंस फीस भी बढ़ा दी थी।

2022 में लगा भ्रष्टाचार का आरोप

साल 2022 में ही दिल्ली के मुख्य सचिव ने उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना को आबकारी नीति में कथित भ्रष्टाचार से संबंधित एक रिपोर्ट भेजी और तत्कालीन उप सीएम पर रिश्वत लेने और पसंदीदा शराब कारोबारियों को लाभ पहुंचाने का आरोप लगाया।

CBI जांच की मांग

ये भी आरोप लगे कि इससे सरकार को राजस्व का नुकसान हुआ। जिसके बाद उपराज्यपाल ने केंद्रीय गृह मंत्रालय से इस घोटाले की सीबीआई से जांच करवाने की सिफारिश की।

जांच में खुली असली पोल

अब जब जांच हुआ तो दावा किया गया कि दिल्ली सरकार की इस आबकारी नीति से 144.36 करोड़ का नुकसान हुआ। साथ ही जांच एसेंजियों ने ये भी दावा किया कि इस नीति में भ्रष्टाचार तो हुआ ही साथ ही लाइसेंस धारकों को खूब लाभ भी दिया गया।