70 करोड़ ईंटें, 300 कमरे, नहीं जानते होंगे राष्ट्रपति भवन से जुड़ी ये दिलचस्प बातें

70 करोड़ ईंटें, 300 कमरे, नहीं जानते होंगे राष्ट्रपति भवन से जुड़ी ये दिलचस्प बातें

26 जनवरी 2024 को देश अपना 75वां गणतंत्र दिवस मना रहा है।

हर साल देश के राष्ट्रपति भगवा ध्वज फहराती हैं और इसके बाद रिपब्लिक डे परेड की शुरुआत होती है।

हम आपको बता रहे हैं देश के राष्ट्रपति भवन के बारे में कुछ ऐसी बातें जो शायद आप नहीं जानते होंगे।

भारत का राष्ट्रपति भवन दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी राष्ट्रपति बिल्डिंग है। रोम में मौजूद इटली का क्विरिनल पैलेस सबसे बड़ा है।

भारत के राष्ट्रपति भवन में अतिथि कक्ष, राष्ट्रपति ऑफिस और स्टाफ रूम समेत 300 से ज्यादा कमरे हैं।

राष्ट्रपति भवन में कुल 750 कर्मचारी काम करते हैं। दिलचस्प है कि इस बिल्डिंग को बनाने में कुल 70 करोड़ ईंटों का इस्तेमाल किया गया है।

राष्ट्रपति भवन को आजादी से पहले वायसराय हाउस के नाम से जाना जाता था। आम जनता के लिए खुलने वाला अमृत उद्यान (मुगल गार्डन) भी इस बिल्डिंग में है।

राष्ट्रपति भवन का निर्माण 1912 में शुरू होकर 1929 में पूरा हुआ। इसे बनाने में कुल करीब 29 हजार से ज्यादा कारीगरों ने अपना योगदान दिया।