भारत में कई डिशेज में तिल को स्वाद बढ़ाने के लिए डाला जाता है। पोषक तत्वों से भरपूर तिल सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। आमतौर पर तिल दो प्रकार के होते हैं, एक काला तिल और दूसरा सफेद तिल।
दोनों ही स्वास्थ्य के लिए बहुत उपयोगी हैं। लेकिन सवाल ये है कि दोनों में से कौन स्वास्थ्य के लिए ज्यादा पौष्टिक होता है। चलिए जानते हैं दोनों तिल के पोषक तत्वों में कितना अंतर होता है।
आपको बता दें, सफेद तिल की तुलना में काले तिल में ज्यादा पोषक तत्व होते हैं। काले तिल में कैल्शियम की मात्रा अधिक होती है। इससे हड्डियों की सेहत को मजबूती मिल सकती है।
आयुर्वेद के अनुसार काले तिल का सेवन करना अधिक फायदेमंद माना जाता है। सफेद तिल के मुकाबले काले तिल में आयरन भी भरपूर मात्रा में पाया जाता है।
डाइट में काले तिल का इस्तेमाल करने से पाचन बेहतर होता है। ये इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है। इसके साथ ही बालों और स्किन को भी फायदा होता है।
काले तिल में पॉलीअनसैचुरेटेड फैट और एंटीऑक्सीडेंट पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं, जो शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को कम करने में मदद करते हैं। इससे हार्ट अटैक का खतरा कम हो जाता है।
काले तिल में मैग्नीशियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, जो हाई ब्लड प्रेशर को कम करने और इसे नियंत्रण में रखने में बड़ी भूमिका निभाता है।
आप काले तिल को रोस्ट करके खा सकते हैं। इसके अलावा इसे सलाद और सूप के रूप में भी खाया जा सकता है।