भारत के साथ ही पूरी दुनिया में स्ट्रीट फूड लवर्स की कमी नहीं है।
खासकर मोमोज की बात जब आती है तो काफी लोगों के मुंह में पानी आ जाता है।
मार्केट में वेज, नॉनवेज और पनीर के साथ ही कई और वैरायटी के मोमोज मिलते हैं।
लेकिन क्या आपको पता है कि सबसे पहली बार किसने मोमोज बनाया था।
मोमोज का इतिहास काफी पुराना है और ये कई देशों से होते हुए भारत पहुंचा है।
कई रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पहली बार 14वीं शताब्दी में मोमोज बनाया गया था।
मोमोज को लेकर नेपाल और तिब्बत दोनों ही दावा करते हैं कि पहले उन्होंने बनाया था। लेकिन इतिहासकारों का झुकाव तिब्बत की ओर ज्यादा है।
मोमोज नाम तिब्बती शब्द 'मोग मोग' से आया जिसका अर्थ होता है भाप में पकाना।
शुरुआत में मोमोज में मीट भरकर बनाया जाता था। बाद में जब ये भारत और अन्य जगहों पर पहुंचा तो लोग अपने-अपने अनुसार इसे नया रूप देते गए।
कई रिपोर्ट में दावा किया जाता है कि सबसे पहली बार तिब्बत की नेवार समुदाय के लोगों ने इसे बनाया था।
ऐसा कहा जाता है कि भारत में ये तब पहुंचा जब 1960 में चीन आक्रमण के बाद बड़ी संख्या में तिब्बती इंडिया आए।
लद्दाख, दार्जिलिंग, धर्मशाला और सिक्किमी जैसे पहाड़ी क्षेत्रों में मोमोज को लोगों ने खूब पसंद किया और फिर धीरे-धीरे ये पूरे भारत में पहुंच गया।