अगर आप साउथ इंडियन खाने के शौकीन हैं और इसे घर पर बनाने की सोच रहे हैं, तो सबसे पहले आपको इसकी खास सामग्री यानी इंग्रीडिएंट्स को जानना जरूरी है।
दक्षिण भारत के व्यंजन अपने खास स्वाद, खुशबू और हल्के मसालों के लिए मशहूर हैं। यहां हम आपको ऐसे 6 जरूरी इंग्रीडिएंट्स के बारे में बता रहे हैं जिनके बिना साउथ इंडियन खाना अधूरा माना जाता है।
साउथ इंडियन तड़के की जान है करी पत्ता। इसकी खुशबू और स्वाद दोनों ही व्यंजन को अलग स्तर पर ले जाते हैं। चाहे सांभर हो या उपमा, करी पत्ते के बिना स्वाद अधूरा लगता है। फ्रेश करी पत्ते सबसे बेहतर होते हैं, लेकिन सूखे हुए पत्तों का भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
नारियल दक्षिण भारतीय रसोई की रीढ़ है। इसे कद्दूकस करके चटनी में, दूध के रूप में करी में या तेल के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। कोकोनट की मलाईदार बनावट और हल्की मिठास हर डिश को खास बना देती है।
चावल यहां के भोजन का मुख्य हिस्सा है। इडली, डोसा, उत्तपम, बिसी बेले भात जैसे व्यंजन चावल के बिना बन ही नहीं सकते। सॉफ्ट और फ्लफी चावल साउथ इंडियन खाने को परफेक्ट बनाते हैं।
दालों का साउथ इंडियन व्यंजनों में अहम स्थान है। खासतौर पर तूर दाल, मूंग दाल और चना दाल का इस्तेमाल सांभर, रसम और कई तरह की करी में होता है। ये न सिर्फ स्वाद बढ़ाती हैं बल्कि प्रोटीन का अच्छा स्रोत भी हैं।
सांभर मसाला एक ऐसा मसाला है जो साउथ इंडियन खाने को उसकी असली पहचान देता है। इसमें धनिया, मेथी, सूखी मिर्च, हल्दी, हींग जैसे मसाले होते हैं। घर का बना सांभर मसाला सबसे ज्यादा स्वादिष्ट होता है और इसकी खुशबू दूर से ही आपको खाने की ओर खींच लाती है।
सांभर, रसम और पुलियोधराई जैसी डिशेस में इमली का खट्टा स्वाद जान डाल देता है। इमली का पल्प एक ऐसा फ्लेवर प्रोफाइल देता है जो मीठा, खट्टा और तीखा सब कुछ बैलेंस करता है।