आम का मौसम शुरू हो गया है। मार्केट में हर तरफ अब अलग-अलग साइज, कलर और वैरायटी के आम दिखने लगे हैं। शायद ही कोई ऐसा हो जिसे मीठे, रसीले आम पसंद न हो।
बच्चों से लेकर बड़े लोगों तक हर कोई इसकी खुशबू और स्वाद का फैन है, हर कोई आम को बड़े चाव से खाता है। लेकिन समस्या तब पैदा होती है जब आम को पकाने के लिए केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है।
केमिकल वाले आम खाने से व्यक्ति को कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि आप केमिकल से पके आम की पहचान कैसे कर सकते हैं।
प्राकृतिक रूप से पके आम का रंग हल्का हरा और पीला होता है, जबकि रसायन से पके आम का रंग पूरी तरह पीला होता है और चमकदार दिखता है।
प्राकृतिक रूप से पका हुआ आम पानी में डूब जाता है लेकिन आर्टीफिशयल तरीके से पका हुआ आम ऊपर तैरता रहता है।
केमिकल से पके आम खाने से मुंह में जलन होने लगती है, लेकिन प्राकृतिक रूप से पके आम में ऐसा नहीं होता है।
बता दें, केमिकल वाले आम खाने से स्किन के साथ-साथ स्वास्थ पर भी गहरा असर पड़ता है। इसके सेवन से नर्वस सिस्टम से जुड़ी परेशानी हो सकती है।
केमिकल से पके आम का सेवन करने से कोलन कैंसर, स्किन कैंस और सर्वाइकल कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा बना रहता है। साथ ही पेट से जुड़ी कई समस्याएं भी आपको परेशान कर सकती हैं।