सिरदर्द की दवा के तौर पर बनाया गया था कोका कोला, गलती से बन गई कोल्ड ड्रिंक

गर्मी के मौसम में कई लोग गर्मी से राहत पाने के लिए कोल्ड ड्रिंक या सॉफ्ट ड्रिंक का सेवन करते हैं। आपने भी इनमें से एक कोल्ड ड्रिंक जरूर पी होगी जिसका नाम है कोका कोला।

यह एक ऐसी सॉफ्ट ड्रिंक है, जिसे 18वीं शताब्दी में बनाया गया था और अब तक इसका कारोबार जबर्दस्त तरीके से चल रहा है। इसे हैंगओवर के बाद होने वाले सिरदर्द के इलाज के लिए तैयार किया गया था।

कोका कोला का फार्मूला 1886 में अटलांटा में जॉर्जिया की जैकब फार्मेसी में डॉ. जॉन स्टिथ पेम्बर्टन  ने ईजाद किया था। वह एक ऐसी सीरप तैयार कर रहे थे जो सिरदर्द को शांत कर सके।

डॉ. जॉन पेम्बर्टन ने कोका कोला को बनाते समय कैफीन, कोका की पत्तियों का इस्तेमाल किया था। उन्होंने इससे तैयार किए गए सीरप में सोडे का पानी मिलाया।

जब लोगों ने इसका स्वाद चखा तो इसका टेस्ट काफी पसंद आया। हालांकि इसे सिर दर्द की दवा के रूप में दुकानों में बिक्री के लिए रखा गया था।

इस ड्रिंक के एक गिलास को पांच सेंट की दर से बेचना तय हुआ। वहीं, पेम्बर्टन के बही-खाते का हिसाब रखने वाले फ्रैंक रॉबिन्सन ने इस मिक्सचर को कोका-कोला नाम दिया।

इसके बाद जॉन पेम्बर्टन ने रॉबिन्सन को कोका-कोला बनाने, प्रचार करने और बेचने का काम सौंप दिया था।

फिर अमेरिकन बिजनेसमैन आसा ग्रिग्‍स कैंडलर ने कोका-कोला फॉर्मूला और ब्रांड खरीदा और 1892 में अटलांटा में कोका-कोला कंपनी बनाई।

1895 तक कोका-कोला देशभर में बेचा जाने लगा। 1919 में, कंपनी को जॉर्जिया की अर्नेस्ट वुड्रफ ट्रस्ट कंपनी को बेच दिया गया था।