काली मिर्च
काली मिर्च में पिपेरिन पाया जाता है, जो नई फैट सेल्स के निर्माण को रोकता है, इस प्रोसेस को एडिपोजेनेसिस कहा जाता है। ये संपूर्ण शरीर की चर्बी को कम करने में मदद कर सकता है।
काली मिर्च में पिपेरिन पाया जाता है, जो नई फैट सेल्स के निर्माण को रोकता है, इस प्रोसेस को एडिपोजेनेसिस कहा जाता है। ये संपूर्ण शरीर की चर्बी को कम करने में मदद कर सकता है।
काली मिर्च का उपयोग मसाले के रूप में किया जाता है। आयुर्वेद में भी इसका बहुत महत्व है। ये हेल्थ के लिहाज से भी बेहद फायदेमंद होता है। भले ही काली मिर्च सेहत के लिए फायदेमंद होती है, लेकिन हेल्थ कंडीशन में काली मिर्च खाना बेहद हानिकारक हो सकता है।
जिन लोगों को नींद आने में परेशानी होती है उन्हें ज्यादा काली मिर्च नहीं खानी चाहिए। इससे अनिद्रा की शिकायत बढ़ सकती है।
काली मिर्च ज्यादा खाने से पेट में जलन और गर्मी हो सकती है। इससे गैस, डायरिया, अल्सर और कब्ज की समस्या भी हो सकती है।
कुछ लोगों को काली मिर्च से एलर्जी हो सकती है। एलर्जी के लक्षणों में खुजली, चकत्ते, सूजन, और मुहांसे जैसी तकलीफ शामिल हैं।
गर्भवती महिलाओं के लिए काली मिर्च का अधिक सेवन हानिकारक हो सकता है। उन्हें उल्टी या जी मिचलाने जैसी समस्या भी हो सकती है।
इसके अलावा जो महिलाएं बच्चों को दूध पिलाती हैं उन्हें काली मिर्च कम खानी चाहिए क्योंकि इससे बच्चे को नुकसान हो सकता है।
बहुत अधिक काली मिर्च का सेवन करने से आंतों में जलन हो सकती है। जिन लोगों को पहले से ही यह समस्या है उन्हें काली मिर्च का सेवन नहीं करना चाहिए।
काली मिर्च खाने से कई बार शरीर में ऑक्सीजन का प्रवाह प्रभावित होता है। ऐसे लोगों में सांस संबंधी समस्याएं बढ़ जाती हैं।