आयुर्वेद चिकित्सक डॉ नितिका कोहली के अनुसार, "ये हमेशा कहा जाता है कि उपचार के लिए शुरुआती पहचान सबसे अच्छा तरीका है। खासकर जब हम कैंसर के समय में रहते हैं, और इतने सारे वायरस जो पलक झपकते ही शरीर से शरीर में फैल जाते हैं।"
मैमोग्राम इन दिनों सबसे महत्वपूर्ण टेस्ट में से एक है क्योंकि ये कैंसर-निर्माण करने वाली सेल्स को पकड़ सकता है और यही हमें चाहिए।
कैंसर का जल्दी पता लग जाने से दवा और इलाज दोनों शुरू हो जाएंगे और इस जानलेवा बीमारी को रोकना आसान हो जाएगा।
मैमोग्राम एक स्क्रीनिंग प्रक्रिया होती है जो दर्द रहित और बहुत आसान होती है इसलिए इसे करवाना किसी भी ऐसी बीमारी का शिकार होने से बेहतर है जो हम निश्चित रूप से नहीं चाहते हैं।
मोटाई, सुन्नता या गांठ जैसे संकेतों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए और तुरंत मैमोग्राम कराना चाहिए।
बता दें कि मैमोग्राम ब्रेस्ट कैंसर से बचने का सबसे आसान तरीका है।