प्रकाश झा की टॉप 10 फिल्में, जिन्होंने कराया सच से सामना
प्रकाश झा की टॉप 10 फिल्में, जिन्होंने कराया सच से सामना
प्रकाश झा फिल्म निर्माता, अभिनेता, निर्देशक और पटकथा लेखक हैं, जो अपनी राजनीतिक और सामाजिक विषयों पर आधारित फिल्मों के लिए जाने जाते हैं।
प्रकाश झा 27 फरवरी को अपना 72वां जन्मदिन मना रहे हैं, जिनकी ये 10 फिल्में अपने सब्जेक्ट के अलावा डायरेक्शन, एक्टिंग और सोशल इम्पेक्ट के लिए जानी जाती हैं।
आश्रम वेब सीरीज भारत में स्वयंभू बाबाओं के कई मामलों से प्रेरित काल्पनिक कृति है, जिन पर बलात्कार, हत्या और धोखाधड़ी जैसे अपराधों का आरोप लगाया गया है।
प्रकाश झा की बेस्ट फिल्मों में से एक राजनीति है जिसने दुनियाभर में 145.5 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई की 2010 की चौथी सबसे ज्यादा कमाई करने वाली भारतीय फिल्म बनी थी।
प्रकाश झा की लिपस्टिक अंडर माई बुर्का 2016 में आई थी जो चार महिलाओं की जिंदगी पर आधारित है, जो खुशी की तलाश में अपने रूढ़िवादी समाज से मुक्त होने के लिए संघर्ष करती हैं।
अपहरण, एक पुलिस अधिकारी पर बेस्ड है जो अपने सपने को पूरा करने कर्ज लेता है और उसे चुका न पाने के बाद किडनैपिंग जैसे क्राइम को अंजाम देता है।
आरक्षण एक ज्वलंत विषय पर बनी फिल्म है, जिसमें वंचित बच्चों को शैक्षिक अवसर के लिए प्रयासरत कॉलेज प्रिंसिपल और उके संघषों को दिखाया गया है।
चक्रव्यूह नक्सली समस्या पर आधारित फिल्म है जिसमें हीरो पुलिस की मदद के लिए एक माओवादी संगठन में घुसपैठ करता है लेकिन जल्द ही वो नक्सलियों के प्रति सहानुभूति रखने लगता है।
ये साली जिंदगी रोमांटिक थ्रिलर फिल्म है, जिसमें गिरोह के एक कैद सदस्य की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए गैंगस्टर एक राजनेता के भावी दामाद का अपहरण कर लेता है।
दामुल एक ज्वलंत विषय पर बनी फिल्म है जिसमें गाँव का मुखिया और एक अमीर जमींदार निर्दोष ग्रामीणों को मूर्ख बनाकर अनुचित लाभ उठाकर उन्हें अपना गुलाम बनाते हैं।
मृत्युदण्ड तीन बहादुर महिलाओं की कहानी है, जो अपने जीवन में अत्याचारी पुरुषों और उनकी दमनकारी नीतियों के खिलाफ़ लड़ती हैं।
प्रकाश झा की गंगाजल उनकी सबसे बेस्ट फिल्मों में से एक है जिसमें ईमानदार पुलिस अधिकारी और क्रूर अपराधियों पर आधारित है, इस फिल्म के डायलॉग आज सोशल मीडिया पर मीम के तौर पर सबसे ज्यादा इस्तेमाल किए जाते हैं।