Jun 25, 2024
रतन टाटा न केवल भारत में बल्कि विश्व स्तर पर सबसे सम्मानित उद्योगपतियों में से एक हैं। लेकिन यह काफी दिलचस्प है कि वह फोर्ब्स की दुनिया के सबसे अमीर लोगों की लिस्ट में नहीं हैं।
Source: ratantata/instagram
फोर्ब्स की दुनिया के सबसे अमीर लोगों की लिस्ट से रतन टाटा का नाम गायब है। लेकिन सवाल ये उठता है कि व्यापार और समाज सेवा में इतना बड़ा योगदान देने वाले इतने बड़े बिजनेसमैन रतन टाटा का नाम इस लिस्ट में क्यों नहीं नजर आता है?
Source: ratantata/instagram
रतन टाटा कई सालों तक नमक से लेकर हवाई जहाज तक का कारोबार करने वाले टाटा ग्रुप के चेयरमैन रहे हैं। टाटा ग्रुप की विशालता का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि इसकी 29 कंपनियां बाजार में लिस्टेड हैं।
Source: ratantata/instagram
इन लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप ₹31.6 ट्रिलियन है। ऐसे में आपके मन में यह सवाल आना लाजमी है कि कई सालों तक टाटा ग्रुप जैसे बड़े ग्रुप के चेयरमैन रहे रतन टाटा अमीरों की लिस्ट में कहीं नजर क्यों नहीं आते।
Source: ratantata/instagram
चलिए जानते हैं इसके पीछे का कारण। अमीरों की लिस्ट में शामिल न होने का सबसे बड़ा कारण रतन टाटा का समाज सेवा के प्रति समर्पण है। टाटा ग्रुप की मुख्य इन्वेस्टमेंट होल्डिंग कंपनी टाटा संस है। इसका ज्यादातर मुनाफा टाटा ट्रस्ट को जाता है।
Source: ratantata/instagram
ट्रस्ट के पैसे का उपयोग अलग-अलग धर्मार्थ कार्यों के लिए किया जाता है। ये पहल मुख्य रूप से स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा, रोजगार सृजन और सांस्कृतिक प्रचार जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर फोकस करती है।
Source: ratantata/instagram
चूँकि टाटा संस कंपनी की कमाई का ज्यादातर हिस्सा रतन टाटा निजी फायदे के बजाय ट्रस्ट को देते हैं, इसलिए रतन टाटा की नेटवर्थ में कोई बड़ा बदलाव नहीं होता।
Source: ratantata/instagram
यही वजह है कि रतन टाटा मुकेश अंबानी और गौतम अडानी जैसे अरबपतियों की लिस्ट में नहीं दिखते हैं। बता दें, रतन टाटा साल 2012 में टाटा संस के चेयरमैन पद से हट गए थे। वह 1990 से 2012 तक टाटा ग्रुप के चेयरमैन थे।
Source: ratantata/instagram
250 करोड़ की मालकिन हैं काजोल, जानें कहां से होती है मोटी कमाई