Union Budget 2025: आम आदमी की जेब पर पड़ेगा असर, यहां जानें क्या हुआ महंगा

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2025 पेश कर दिया है। इस बजट में सरकार ने कई वस्तुओं को सस्ता किया है, वहीं कुछ चीजों के दाम बढ़ने वाले हैं। ऐसे में चलिए जानते हैं कि किन चीजों के दाम बढ़ने वाले हैं।

बजट 2025 में किन चीजों के दाम बढ़े?

सरकार ने कुछ वस्तुओं पर कस्टम ड्यूटी, एक्साइज ड्यूटी और अन्य करों में वृद्धि की है, जिससे इनकी कीमतें बढ़ने वाली हैं। आइए जानते हैं वे कौन-कौन सी चीजें हैं—

टीवी और मोबाइल डिस्प्ले

इंटरैक्टिव फ्लैट पैनल डिस्प्ले और टीवी डिस्प्ले अब महंगे हो जाएंगे। कस्टम ड्यूटी 10% से बढ़ाकर 20% कर दी गई है। इससे स्मार्ट व्हाइटबोर्ड, स्कूलों में स्मार्ट क्लासेज, और ऑफिस प्रेजेंटेशन से जुड़ी चीजें महंगी हो जाएंगी।

स्मार्ट मीटर

स्मार्ट मीटर पर भी कस्टम ड्यूटी बढ़ाई गई है, जिससे ये महंगे हो जाएंगे। इससे बिजली और पानी की खपत पर निगरानी रखने वाले स्मार्ट मीटर खरीदने वालों को ज्यादा पैसे खर्च करने होंगे।

सोलर सेल

सीमा शुल्क में वृद्धि के कारण सोलर पैनल और सोलर सेल महंगे हो जाएंगे। इससे सोलर एनर्जी से जुड़े प्रोजेक्ट्स की लागत बढ़ सकती है।

इंपोर्टेड जूते और मोमबत्तियां

सरकार ने इंपोर्टेड जूतों और मोमबत्तियों पर कस्टम ड्यूटी बढ़ाई है। इससे फुटवियर इंडस्ट्री और मोमबत्ती बाजार में कीमतों में बढ़ोतरी हो सकती है।

बुने हुए कपड़े (Knitted Fabrics)

आयातित बुने हुए कपड़ों पर कस्टम ड्यूटी बढ़ा दी गई है। अब 10%/20% से बढ़ाकर 20% या 115 रुपये प्रति किलोग्राम (जो भी ज्यादा हो) कर दी गई है। इससे फैशन इंडस्ट्री और कपड़ों की कीमतों में असर दिख सकता है।

इंपोर्टेड ऑटोमोबाइल और लग्जरी कारें

इम्पोर्टेड लग्जरी कारों और हाई-एंड ऑटोमोबाइल पर कस्टम ड्यूटी बढ़ने की संभावना जताई गई है। इससे विदेशी कारों की कीमतों में बढ़ोतरी होगी।

शराब और तंबाकू उत्पाद

स्वास्थ्य कारणों से तंबाकू और सिगरेट पर टैक्स बढ़ाया जा सकता है। शराब पर भी उत्पाद शुल्क (Excise Duty) बढ़ने की संभावना है, जिससे इसकी कीमतें बढ़ेंगी।

सोना और चांदी

महंगी धातुएं जैसे सोना और चांदी महंगे हो सकते हैं। आयात शुल्क में वृद्धि होने से ज्वेलरी की कीमतों में इजाफा होगा।

हवाई यात्रा महंगी हो सकती है

विमानन ईंधन (Aviation Fuel) पर टैक्स में वृद्धि की संभावना जताई जा रही है। इससे हवाई यात्रा के टिकट महंगे हो सकते हैं।

मोबाइल रिचार्ज और इंटरनेट सेवाएं

टेलीकॉम इंफ्रास्ट्रक्चर की बढ़ती लागत की वजह से मोबाइल रिचार्ज और इंटरनेट सेवाओं की कीमतें बढ़ सकती हैं।