Jan 24, 2025
केंद्रीय बजट 2025, जिसे 1 फरवरी को संसद में पेश किया जाएगा, मोदी सरकार 3.0 का दूसरा पूर्ण बजट होगा। इस साल का बजट भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा प्रस्तुत किया जाएगा, जो उनका लगातार सातवां बजट होगा। आइए जानते हैं केंद्रीय बजट से जुड़ी हर जानकारी और इसे तैयार करने की प्रक्रिया।
Source: express-archives
केंद्रीय बजट एक वार्षिक वित्तीय विवरण है, जो केंद्रीय सरकार की आगामी वित्तीय वर्ष (जो 1 अप्रैल से 31 मार्च तक होता है) के लिए आय और व्यय की योजना प्रस्तुत करता है। यह बजट सरकार के राजकोषीय, खर्च, आय और आर्थिक योजनाओं को स्पष्ट करता है। 2019 से इसे 'बही-खाता' कहा जाता है, जो बजट दस्तावेज का भारतीय नामकरण है।
Source: express-archives
केंद्रीय बजट को तैयार करने की प्रक्रिया लगभग छह महीने पहले शुरू होती है। यह प्रक्रिया सितंबर के आसपास शुरू होती है और इसमें कई चरण शामिल होते हैं:
Source: express-archives
वित्त मंत्रालय सभी मंत्रालयों और विभागों को एक बजट सर्कुलर भेजता है, जिसमें वर्तमान वित्तीय वर्ष के संशोधित अनुमान और अगले वित्तीय वर्ष के लिए बजट अनुमान तैयार करने के दिशा-निर्देश दिए जाते हैं।
Source: express-archives
सभी मंत्रालय और विभाग अपनी आय और व्यय का विवरण वित्त मंत्रालय को प्रस्तुत करते हैं। इसमें केंद्रीय करों और शुल्कों का विवरण भी शामिल होता है।
Source: express-archives
मंत्रालय और विभाग Provisional Statement of Budget Estimates (SBE) के माध्यम से अपने बजट प्रस्ताव जमा करते हैं।
Source: express-archives
अक्टूबर के मध्य से, सचिव (व्यय) के नेतृत्व में उच्च-स्तरीय अधिकारी विभिन्न मंत्रालयों और विभागों के साथ बैठकें करते हैं। इन बैठकों में हर मंत्रालय और विभाग के लिए बजट सीमा तय की जाती है।
Source: express-archives
बजट आवंटन पर आपत्तियों और सुझावों पर चर्चा की जाती है और प्रधानमंत्री या केंद्रीय मंत्रिमंडल के साथ परामर्श के बाद अंतिम निर्णय लिया जाता है।
Source: express-archives
बजट अंतिम रूप से तैयार होने के बाद, वित्त मंत्री का भाषण वित्त मंत्रालय और केंद्रीय सरकार के विभागों से प्राप्त इनपुट के आधार पर तैयार किया जाता है।
Source: express-archives
बजट दस्तावेजों की छपाई वित्त मंत्रालय के इन-हाउस प्रेस में होती है। इस दौरान बजट से जुड़ी जानकारी को गोपनीय बनाए रखने के लिए कड़ी सुरक्षा रखी जाती है।
Source: express-archives
बजट तैयार करने की प्रक्रिया का अंतिम चरण हलवा सेरेमनी होती है। यह एक परंपरा है, जिसमें वित्त मंत्रालय के अधिकारी और कर्मचारी मिलकर हलवा बनाते और खाते हैं।
Source: express-archives
हलवा सेरेमनी के बाद, बजट तैयार करने में शामिल अधिकारियों को लॉक-इन किया जाता है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि बजट की गोपनीयता बनी रहे, उन्हें बजट पेश होने तक बाहरी संपर्क की अनुमति नहीं होती।
Source: express-archives
जब बजट तैयार हो जाता है, तो इसे राष्ट्रपति की अनुमति के बाद 1 फरवरी को लोकसभा में पेश किया जाता है। इसके तुरंत बाद बजट से संबंधित वित्तीय प्रस्तावों को लागू करने के लिए बिल पेश किया जाता है।
Source: express-archives
ये हैं दुनिया के 7 सबसे अमीर फुटबॉल क्लब के मालिक