इस चेक में डिपॉजिट करने वाले का नाम लिखा रहता है।
इसमें उस व्यक्ति का नाम भी लिखा जाता है, जिसे पैसे निकालने हो। इसलिए इस चेक में or bearer की जगह or order लिखा गया है।
बैंकर्स चेक को डिमांड ड्राफ्ट भी कहा जाता है। इसका इस्तेमाल उसी शहर में होगा, जहां इसे इश्यू किया गया हो।
इस चेक का इस्तेमाल भविष्य के लिए किया जा सकता है।
ट्रैवलर चेक का इस्तेमाल ट्रैवलिंग के समय किया जाता है।
यह चेक अकाउंट होल्डर खुद के लिए जारी करता है यानी रिसीव करने वाला और इश्यू करने वाला दोनों एक ही व्यक्ति है। इस चेक का इस्तेमाल लोग खुद पैसे निकालने के लिए करते हैं।
स्टेल चेक वे चेक है, जिसका वैलिडिटी पीरियड खत्म हो गया हो। इस चेक के जरिए पैसे इनकैश नहीं किए जा सकते हैं।
ओपन चेक को सुरक्षित नहीं माना जाता है, क्योंकि इस चेक के माध्यम से कोई भी पैसा निकाल सकता है।
क्रॉस्ड चेक में क्रॉस का निशान बना हुआ होता है।