Jun 18, 2025

भारत में सेविंग्स अकाउंट कितने तरह के होते हैं?

रितेश पटेलिया

नियमित बचत खाता (Regular Savings Account)

इस अकाउंट को कोई भी व्यक्ति ई-केवाईसी पूरा करने के बाद खोल सकता है और जमा राशि पर ब्याज कमा सकता है। बैंक खाते के रख-रखाव के लिए न्यूनतम सालाना शुल्क लेते हैं।

जीरो बैलेंस सेविंग्स अकाउंट (Zero Balance Savings Account)

इस अकाउंट को जीरो बैलेंस के खोला जा सकता है।

बच्चों का बचत खाता (children's savings account)

यह अकाउंट बच्चों को बचत और जिम्मेदारी से पैसे का मैनेजमेंट सीखने में मदद करने के लिए डिजाइन किए गए हैं।

पारिवारिक बचत खाता (Family Savings Account)

यह अकाउंट परिवार के सदस्यों को एक पारिवारिक आईडी के तहत कई खाते खोलने में सक्षम बनाता है।

तत्काल डिजिटल बचत खाता (Instant Digital Savings Account)

तत्काल डिजिटल बचत खातों को KYC प्रक्रियाओं को पूरा करके मोबाइल या बैंकिंग एप्लिकेशन के जरिए कुछ ही समय में ऑनलाइन खोला जा सकता है।

वरिष्ठ नागरिक बचत खाता (Senior Citizen Savings Account)

वरिष्ठ नागरिक बचत खाता 60 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए हैं और उन्हें बैंक विशेष सुविधाएं प्रदान करते हैं, जैसे कि अतिरिक्त ब्याज दर, क्रेडिट पर कम ब्याज आदि।

महिला बचत खाता (Women Savings Account)

इस सेविंग्स अकाउंट को खास तौर पर महिलाओं के लिए डिजाइन किया गया है और इसमें महिलाओं के लिए कई सुविधाएं मिलती है, जैसे कि महिलाओं के लिए विशेष डेबिट कार्ड, लॉकर पर छूट आदि।

वेतन आधारित बचत खाता (Salary Based Savings Account)

वेतन आधारित बचत खाता आम तौर पर बैंकों द्वारा कंपनियों के अनुरोध पर अपने कर्मचारियों की सैलरी वितरित करने के एक संगठित साधन (Organized Resources) के रूप में खोले जाते हैं।

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