UP Politics and Rahul Gandhi: नफरत के बाजार में मोहब्बत बेचने का दावा करते हुए कांग्रेस (Congress) सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi), अपनी भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) लेकर यूपी में दाखिल हुए। निशाने पर 2024 का लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) था, जहां सत्ताधारी बीजेपी (BJP) के मुकाबले सपा (SP)-बसपा-रालोद समेद तमाम विपक्षी दलों को एकजुट करना था। पदयात्रा में कदमताल करने के लिए कांग्रेस की टीम ने समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav), बीएसपी (BSP) प्रमुख मायावती (Mayawati) और आरएलडी (RLD) चीफ जयंत चौधरी (Jayant Chaudhary) को न्योता भेजा गया, मगर तीनों ही ने इंकार कर दिया। रही बात बीजेपी (BJP) की तो जवाबी कार्रवाई करते हुए गृहमंत्री (Union Home Minister) अमित शाह (Amit Shah) ने ऐलान कर दिया कि 1 जनवरी 2024 से अयोध्या (Ayodhya) में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर (Shri Ram Janambhoomi Mandir) की शुरुआत हो जाएगी, यानि वही साल जब लोकसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में बड़ा सवाल ये उठता है कि क्या मोहब्बत की दुकानदारी का राहुल गांधी वाला प्रयोग यूपी (Uttar Pradesh) में कामयाब हो पाएगा…