ये पहला मौका नहीं था जब चीन ने PAK का बचाव किया. जनवरी 2016 में पठानकोट एयरबेस पर हुए हमले के बाद भी भारत ने मसूद अज़हर को ग्लोबल टेररिस्ट घोषित करवाने की कोशिश की थी. .चीन तर्क देता है कि वह 1267 अल कायदा प्रतिबंध समिति के नियमों का पालन कर रहा है.
ये पहला मौका नहीं था जब चीन ने PAK का बचाव किया. जनवरी 2016 में पठानकोट एयरबेस पर हुए हमले के बाद भी भारत ने मसूद अज़हर को ग्लोबल टेररिस्ट घोषित करवाने की कोशिश की थी. .चीन तर्क देता है कि वह 1267 अल कायदा प्रतिबंध समिति के नियमों का पालन कर रहा है.