Jupiter Transit 2023: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार गुरु बृहस्पति शिक्षा, संतान, बड़े भाई, धार्मिक कार्य आदि के कारक माने जाते हैं। गुरु बृहस्पति 22 अप्रैल 2023 को प्रात:काल 3 बजकर 33 मिनट पर मीन राशि से निकलकर अपने मित्र राशि मेष में प्रवेश करेंगे। मान्यता के अनुसार जिस जातक की कुंडली में गुरु बृहस्पति मजबूत स्थिति में होते हैं। उन्हें कई सकारात्मक परिणाम मिलते हैं। वहीं जिस जातक की कुंडली में यह अशुभ प्रभाव में होते हैं। उन्हें प्रतिकूल समय का सामना करना पड़ता है। आइए जातने हैं कि गुरु बृहस्पति के राशि परिवर्तन करने से मेष, मिथुन और कन्या राशियों के जातकों पर क्या प्रभाव पड़ सकता है।