Union Cabinet Hikes Paddy MSP: केंद्र की मोदी कैबिनेट ने किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी दी है। कैबिनेट ने 8 जून को खरीफ के 17 फसलों पर सत्र 2022-23 के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में बढ़ोतरी की मंजूरी दे दी है। कैबिनेट ने धान के MSP को 100 रुपए बढ़ाकर 2,040 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है। इसके साथ ही कई फसलों की एमएसपी में बढ़ोतरी कर दी है।
खरीफ के फसलों पर एमएसपी बढ़ने से किसानों को बड़ी राहत मिलेगी। पिछले वर्ष की तुलना में MSP में उच्चतम पूर्ण बढ़ोतरी की सिफारिश तिल- 523 रुपए प्रति क्विंटल, मूंग – 480 रुपए प्रति क्विंटल और सूरजमुखी के बीज – 385 रुपए प्रति क्विंटल कर दी गई है। इसके अलावा धान की ए ग्रेड का सर्मथन मुल्य 1,960 रुपए से बढ़ाकर 2,060 रुपए प्रति क्विंटल कर दिया गया है।
इस बढ़ोतरी के बाद किसानों को फसल बेचने पर कम से कम इतनी कीमत मिलेगी। इससे नीचे कोई भी व्यापारी फसल नहीं खरीद सकता है। एमएसपी की बढ़ोतरी किसानों को आत्मनिर्भर बनाएगी, यह केंद्र सरकार की योजना ‘आत्मनिर्भर भारत’ को बढ़ावा देगी। कीमतों में वृद्धि से अधिक निवेश और उत्पादन भी हो सकता है।
केंद्रीय मंत्री ने क्या कहा
सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि आयात पर निर्भरता कम हुई है। किसानों की आय बढ़ी है। स्वीकृत दरें कम से कम 1.5 गुना के स्तर पर एमएसपी तय करने के सिद्धांत के अनुरूप हैं। कैबिनेट की बैठक में लिए गए फैसले की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि बुवाई के समय MSP की जानकारी हो जाने से किसानों का मनोबल भी बढ़ता है और उन्हें फसल के दाम भी अच्छे मिलते हैं।
17 फसलों पर बढ़ाई एमएसपी
अनुराग ठाकुर ने बताया कि इस बार खरीफ की सभी 14 फसलों और उनकी वैरायटीज सहित 17 फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि की गई है। कीमतों में बढ़ोतरी से किसान और अधिक फसलों का उत्पादन करेंगे और उन्हें एक अपने फसलों की अच्छी कीमत मिलेगी। इसक कारण देश में उत्पादन के साथ निर्यात भी बढ़ सकता है।