प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) की अगली किस्त दिसंबर में आने की चर्चा है। कहा जा रहा है कि योजना की यह 10वीं किस्त 15 दिसंबर को आ सकती है। पर ढेरों किसान ऐसे भी हैं, जिनकी इस स्कीम के तहत मिलने वाली अगस्त-नवंबर की दो हजार रुपए की किस्त लटकी है। हालांकि, किसानों की यह फंसी हुई रकम उन्हें मिल सकती है, मगर इसके लिए उन्हें वे गलतियां दुरुस्त करनी या करानी होंगी जो जाने-अनजाने में उनसे आवेदन के दौरान हुईं।
दरअसल, जिन किसानों के पेमेंट फेल हुए हैं, उनमें से ज्यादातर के विफल होने के पीछे की वजह गलत आधार संख्या और आधार के अनुसार नाम न होना बताया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक, किसान पीएम किसान की आधिकारिक वेबसाइट के जरिए अपनी किस्त के स्टेटस को देखकर गड़बड़ डिटेल्स को दुरुस्त कर सकते हैं। वे इसके अलावा समय समय पर क्षेत्रीय स्तर पर आयोजित होने वाले पीएम किसान समाधान दिवस में हिस्सा लेकर उन त्रुटियों को सही भी करा सकते हैं।
ऐसे डिटेल्स करें दुरुस्तः सबसे पहले आधिकारिक साइट pmkisan.gov.in पर जाएं। फिर होम पेज पर किसान कार्नर पर क्लिक करें। विकल्प में लाभार्थी सूची पर क्लिक करें, जिसके बाद अपना राज्य, जिला/उप जिला, ब्लॉक और गांव का विवरण सही से चुन लें। फिर रिपोर्ट प्राप्त करें विकल्प को चुनें। आगे स्क्रीन पर दिखाई देने वाली लाभार्थी सूची पर क्लिक करना होगा। अब अपना नाम जांचें और पुष्टि करें। फिर पीएम किसान साइट के होमपेज पर लौटें। लाभार्थी स्टेटस बटन पर फिर से क्लिक करें। अपना आधार कार्ड विवरण या मोबाइल नंबर या अपना खाता नंबर दर्ज करें। बाद में गेट डेट बटन पर क्लिक करें। आपके किस्त भुगतान का स्टेटस स्क्रीन पर सामने आ जाएगा।
मोबाइल ऐप से योजना में कैसे चेक करें नाम?: फोन पर प्ले स्टोर से पीएम किसान ऐप डाउनलोड कर लें। फिर इसे खोलकर अपना स्टेटस पता कर लें। इसके लिए आपको आधार नंबर की जरूरत पड़ सकती है। यही नहीं, पीएम किसान-जीओआई के जरिए किसान भाई सभी विवरणों के बारे में जानकारी जुटा सकते हैं।
बता दें कि पीएम किसान सम्मान निधि के तहत हर साल तीन किस्तों में किसानों को 6000 रुपए का सालाना कैश ट्रांसफर किया जाता है। यह योजना छोटे और मध्यम वर्ग के किसानों की आय में पूरक बनने की दृष्टि से शुरू की गई थी। डिजिटल इंडिया पहल के साथ मिलकर इस योजना ने देश के 12 करोड़ किसानों तक पीएम किसान लाभ पहुंचाना संभव बना दिया है।
पात्र किसानों को प्रति वर्ष 6,000 रुपए का वित्तीय लाभ हर चार महीने/तिमाही में 2,000 रुपए की तीन किस्तों (अप्रैल-जुलाई, अगस्त-नवंबर और दिसंबर-मार्च) में जारी किया जाना है। यह योजना आधार से जुड़े इलेक्ट्रॉनिक डेटा बेस के माध्यम से कार्यान्वित की जा रही है, जिसमें उन किसानों के परिवारों के सभी सदस्यों का विवरण शामिल है जिनके नाम भूमि रिकॉर्ड में दिखाई देते हैं।