संसद में पेश हुए इस बार के बजट में मोदी सरकार ने ऐलान किया था कि वह नागरिकों के लिए ई-पासपोर्ट सेवा 2022 के अंत तक लेकर आएगी। इसी को लेकर विदेश मंत्रालय की ओर से गुरुवार को कहा गया कि सरकार का प्लान ई-पासपोर्ट सेवा को नागरिकों को लिए जल्द से जल्द लाने की है। इसे लेकर मंत्रालय ने कोई निश्चित तारीख तो नहीं, लेकिन इसे 2022-23 सत्र के दौरान जारी करने को कहा है।
राज्यसभा में ई-पासपोर्ट को पेश करने को लेकर जवाब देते हुए कहा गया कि यह एक एम्बेडेड रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन चिप और एंटीना के साथ एक संयुक्त पेपर और इलेक्ट्रॉनिक पासपोर्ट होगा। यह चिप सिस्टम द्वारा संचालित किया जाएगा, ताकि पासपोर्ट को लेकर हो रहे फर्जीवाड़े को रोका जा सके। आइए जानतें है यह मौजूदा पासपोर्ट से कैसे अलग होगा और इसमें क्या खासितय होगी।
कैसा होगा ई-पासपोर्ट
ई-पासपोर्ट देखने में बिल्कुल मौजूदा पासपोर्ट की तरह ही होगा। लेकिन इसमें सुरक्षा और फर्जीवाड़े के मद्देनजर चिप सिस्टम जोड़ा जाएगा। इस चिप में बायोमैट्रिक डाटा रखा जाएगा, जिसमें आपका नाम, पहचान और डेट ऑफ बर्थ जैसी जरूरी जानकारियां रखी जाएंगी। चिप की मदद से इमीग्रेशन काउंटरों पर ट्रैवल करने वाले की डिटेल्स आसानी से चेक हो सकेगी। ई-पासपोर्ट को एक बार स्कैन करने पर व्यक्ति की पूरी डिटेल सामने आ जाएगी।
कैसे किया जा सकेगा अप्लाई
जानकारी के अनुसार इस पासपोर्ट में अप्लाई करने का तरीका नहीं बदलेगा, पहले की तरह ही इस ई-पासपोर्ट के लिए भी अप्लाई किया जा सकेगा। हालाकि सरकार के कहे अनुसार, इसे 15 से 20 दिन की अपेक्षा केवल 7 दिनों में जारी किया जा सकेगा। पासपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के जांच के बाद जारी कर दिया जाएगा। बता दें कि नए चिप वाला पासपोर्ट यानी ई-पासपोर्ट की मैन्युफैक्चरिंग नासिक की इंडियन सिक्योरिटी प्रेस (ISP) में हो रही है।
कैसी हो सकती है डिजाइन
ई-पासपोर्ट की डिजाइन मौजूदा पासपोर्ट की तरह ही होगा, लेकिन इसके पीछे का कवर मोटा हो सकता है। जिसमें 64 किलोबाइट्स का स्टोरेज होगा, इसमें पासपोर्ट धारक का फोटोग्राफ और अन्य जानकारी रखी जाएगी।