पीड़ित परिजन को सम अश्योर्ड रकम के साथ बोनस (अगर बन रहे हैं) भी मिलते हैं, जबकि अगर व्यक्ति पॉलिसी टर्म में सही-सलामत रहता है, तब मैच्योरिटी पर उसे एकमुश्त रकम सौंपी जाती है। प्लान की सबसे खास बात यह है कि इसे लेने के एक साल बाद ही पॉलिसीधारक LIC से लोन भी ले सकता है।
ये हैं LIC Single Premium Endowment Plan के फीचर्सः
– पूरा प्रीमियम शुरू में ही जमा करना होगा। वह भी एकमुश्त। ऐसा इसलिए, क्योंकि यह सिंगल प्रीमियम प्लान है।
– यह नॉन लिंक्ड एंडाउमेंट प्लान है।
– ड्यूल बेनेफिट वाली पॉलिसी है, क्योंकि इसमें प्रोटेक्शन मिलने के साथ सेविंग्स भी होती हैं।
– इस पॉलिसी में न्यूनतम सम एश्योर्ड 50,000 रुपए है, जबकि अधिकतम के लिए कोई सीमा नहीं है।
– डेथ बेनेफिट या फिर मैच्योरिटी बेनेफिट (जो भी पहले आएगा) के बाद पॉलिसी सीज हो जाएगी।
– प्लान के तहत Simple Reversionary Bonuses और Final Additional Bonus दिए जाएंगे।
– आठ साल से कम के/छोटे पॉलिसी होल्डर का रिस्क कवर दो साल बाद शुरू होगा और आठ साल की पॉलिसी और उससे अधिक का रिस्क कवर तत्काल शुरू हो जाएगा।
पॉलिसी से जुड़ी ये बातें भी जान लें: LIC के Single Premium Endowment Plan का न्यूनतम पॉलिसी टर्म 10 साल होगा, जबकि यह अधिकतम 25 साल के लिए रहेगा। अच्छी बात यह है कि जिन लोगों को इस प्लान के नियम और शर्तें नहीं पसंद आएंगी, वे इसे लेने के बाद वापस भी कर सकेंगे। हालांकि, इसके लिए उन्होंने वाजिब कारण बताना होगा। एलआईसी इसके बाद पॉलिसी कैंसल करेगी। पर इसमें उपभोक्ता को वापस मिलने वाली रकम (एकमुश्त जमा की गई) जरूरी नहीं है कि पूरी ही हो।
अगर कोई व्यक्ति पॉलिसी छोड़ता है, तब उसे सरेंडर वैल्यू भी मिलेगी। पहले साल में पॉलिसी बंद कराने पर सिंगल प्रीमियम का 70% फीसदी हिस्सा (अतिरिक्त प्रीमियम और सर्विस टैक्स काटकर)। एक साल के बाद पॉलिसी बंद कराने पर एकमुश्त रकम का 90 फीसदी हिस्सा वापस मिलेगा। और, इस पैसे में एक्ट्रा प्रीमियम और सर्विस टैक्स नहीं होगा।