Insurance Policy है तो इमरजेंसी के वक्त मिलता है आसानी से लोन, जानें पूरा प्रॉसेस
अक्सर ऐसा होता है कि हमें अचानक पैसों की जरूरत पड़ जाती है और हम इस जरूरत को पूरा करने के लिए अपने दोस्तों या रिश्तेदार से मदद की गुहार लगाते हैं। वह भी आर्थिक तंगी का सहारा देकर मना कर देते हैं।

आज की गई थोड़ी सी बचत हमें भविष्य में फायदा पहुंचाती है। अगर कोई शख्स आज थोड़ी सी बचत करने के बाद उसे पैसे को इंश्योरेंस पॉलिसी में निवेश करता है तो उसे कई फायदे मिलते हैं। इंश्योरेंस पॉलिसी हमे आर्थिक रूप से मजबूती प्रदान करती है। इंश्योरेंस पॉलिसी में मैच्योरिटी पर रिटर्न के अलावा हमें अन्य सुविधाएं भी मिलती हैं। वहीं कुछ पॉलिसी में पॉलिसीधारकों को इंश्योरेंस पॉलिसी के एवज में लोन सुविधा मिलती है।
अक्सर ऐसा होता है कि हमें अचानक पैसों की जरूरत पड़ जाती है और हम इस जरूरत को पूरा करने के लिए अपने दोस्तों या रिश्तेदार से मदद की गुहार लगाते हैं। वह भी आर्थिक तंगी का सहारा देकर मना कर देते हैं। ऐसे में अगर आपके पास पहले से कोई इंश्योरेंस पॉलिसी (जिसपर लोन सुविधा हो) मौजूद हो तो इसकी एवज में आपको लोन मिल सकता है। ये लोन पॉलिसी में जमा रकम के सरेंडर वैल्यू के आधार दिए जाते हैं। इस वजह से इनके लिए आवेदन आसान होता है और यह जल्दी भी मिल जाते हैं।
लोन की सुविधा आमतौर पर चुनिंदा ट्रेडिशनल और एनडॉ पॉलिसी पर ही मिलता है। यानी कि इस प्रकार का लोन केवल पारंपरिक नॉन एंडॉउमेंट प्लान्स पर ही मिलता है। यानी यह टर्म पॉलिसी या फिर यूनिट लिंक्ड प्लान्स पर उपलब्ध नहीं है। लोन देने वाली कंपनी पॉलिसी की सरेंडर वैल्यू का मूल्यांकन करती है और उसी पर लोन देती है, पर लोन तभी मिलता है जब प्रीमियम कम से कम तीन साल तक चुकाया गया हो।
अगर आप लोन लेने की सोच रहे हैं तो इंश्योरेंस पॉलिसी के जरिए लोन के लिए अप्लाई करें। इसके लिए आप अपनी पॉलिसी कंपनी से संपर्क कर अप्लाई कर सकते हैं। कंपनी के अधिकारी आपसे बात करेंगे और फॉर्म भरने के लिए कहेंगे जिसके बाद आपके खाते में पैसा ट्रांसफर कर दिया जाएगा।