भारतीय रेलवे की ओर से कई सुविधाएं लोगों के लिए शुरू की जाती है, जिससे यात्रियों का सफर आसान और एक अलग अनुभव के साथ हो। इसी के मद्देनजर विस्टाडोम कोच की शुरुआत की गई है, जिससे भारतीय रेलवे की ट्रेन यात्रा सौ गुना बेहतर हो गई है। विस्टाडोम कोच में 180 डिग्री रोटेटेबल शानदार सीट, एंटी ग्लेयर स्कीन के साथ कांच की छतों आदि जैसी सुविधाएं दी गई हैं।
इसके अन्य खासियत की बात करें तो इसमें वाई-फाई कनेक्टिविटी के साथ सुंदर दृश्यों का आनंद लेने के लिए बड़ी कांच की खिड़कियों के साथ, विस्टाडोम कोच यात्रा का एक अलग अनुभव देता है।
वर्तमान में, पुणे-मुंबई-पुणे प्रगति एक्सप्रेस , पुणे-सिकंदराबाद शताब्दी एक्सप्रेस , मुंबई-मडगांव जन शताब्दी एक्सप्रेस, भोपाल-जबलपुर जन शताब्दी एक्सप्रेस, अहमदाबाद-केवड़िया एक्सप्रेस सहित पूरे भारत में यात्रा करने वाली ट्रेनों से 33 जोड़ी विस्टाडोम कोच जुड़े हुए हैं। अगर आप भी विस्टाडोम कोच से सफर करना चाहते हैं तो आप कैसे ट्रेन टिकट की बुकिंग कर सकते हैं और इसका कितना किराया वसूला जाएगा, यहां पूरी जानकारी दी गई है।
IRCTC ऐप या वेबसाइट से कैसे करें विस्टाडोम कोच के लिए टिकट बुकिंग?
- सबसे पहले IRCTC ऐप या वेबसाइट पर जाएं।
- वेबसाइट पर अपना यूजरनेम, पासवर्ड और कैप्चा दर्ज करके लॉग इन करें।
- अब अपनी ट्रेन यात्रा विवरण, ‘कहां से और कहां तक’ डिटेल, यात्रा की तारीख, श्रेणी आदि दर्ज करें।
- लेकिन ‘ क्लास ‘ के लिए विस्टाडोम कोच के लिए बुकिंग करते समय केवल एसी चेयर कार या एक्जीक्यूटिव चेयर कार का चयन करें।
- अब आप टिकट किराया विवरण देख पाएंगे।
- इसके बाद टिकट बुक करने के लिए उपलब्धता विकल्प के तहत ‘अभी बुक करें’ विकल्प का चयन करें।
- अब आपको ‘यात्री विवरण’, ‘बुकिंग की समीक्षा करें’ और भुगतान विकल्प दिखाई देंगे।
- इन प्रॉसेस को फॉलो करके आप टिकट की बुकिंग पूरा कर सकते हैं।
विस्टाडोम कोच टिकट की कीमत
भारतीय रेलवे के 6 सितंबर के परिपत्र के अनुसार, विस्टाडोम एसी कोचों का मूल किराया शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन में मूल किराए का 1.1 गुना है। अन्य शुल्क जैसे आरक्षण शुल्क, सुपरफास्ट शुल्क, माल और सेवा कर (जीएसटी), आदि अलग से लगाया जाएगा। विस्टाडोम कोच के किराए में कोई रियायत नहीं है और सभी यात्रियों से पूरा किराया लिया जाता है। विस्टाडोम कोचों में, सामान्य बाल किराया नियम लागू होते हैं। विस्टाडोम कोचों के लिए कैंसिलेशन और रिफंड नियम एग्जीक्यूटिव क्लास के समान ही रहेंगे। इसे पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पेश किया गया है।